ओटावा/नई दिल्ली.
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के संबंधों में चल रहे तनाव अब कम होने की उम्मीद है। शीर्ष कनाडाई अधिकारी जोडी थॉमस ने पहली बार मुद्दे पर कहा कि नई दिल्ली और ओटावा मिलकर इस पर काम कर रहे हैं और भारत इस मामले में सहयोग कर रहा है। इसी शुक्रवार को रिटायर हुईं कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोडी थॉमस ने अपने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल के साथ भी वार्ता होने और इसके सकारात्मक परिणाम होने की बातच कही है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के साथ कनाडा के रिश्ते बेहतर हो रहे हैं। थॉमस ने कहा कि उनकी भारत के एनएसए अजित डोभाल से बातचीत हुई है। उन्होंने कहा, मेरी भारत समकक्ष अजित डोभाल के साथ मेरी चर्चा सार्थक रही है और मुझे लगता है कि उन्होंने चीजों को आगे बढ़ाया है। हम उम्मीद करते हैं कि हम रिश्ते में प्रगति करेंगे। साथ ही मैं ये भी कहूंगी कि हमें भारत के लिए ये नहीं कहना चाहिए कि उन्होंने सहयोग नहीं किया। दिसंबर में, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी कहा था कि उनका मानना है कि अमेरिकी अभियोग का खुलासा होने के बाद से कनाडा के साथ भारत के संबंधों में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत के साथ कनाडा के बेहतर रिश्ते अमेरिकी अभियोग का परिणाम थे। इस पर निवर्तमान एनएसए जोडी थॉमस ने कहा कि दोनों निश्चित रूप से जुड़े हुए हैं। उन्होंने जो जानकारी दी, वह भारत के साथ हमारी स्थिति और हमारे दावों का समर्थन करती है। भारत हमारे और विशेष रूप से मेरे समकक्ष डोभाल के साथ इसे हल करने के लिए अधिक निकटता से काम कर रहा है।
बीते साल शुरू हुआ था विवाद
बीते सालर जून में सरे में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। इस बाद सितंबर में कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि इस हत्या में भारत सरकार का हाथ होने के विश्वसनीय सबूत हैं। भारत ने आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था। इसके बाद भारत और कनाडा के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए। कनाडा के प्रधानमंत्री के बयान और भारत की प्रतिक्रिया का दोनों देशों के संबंधों पर असर साफ दिखा और बीते कई महीने से दोनों दोनों के रिश्तों में तनाव है।