नई दिल्ली.
भारतीय नौसेना ने अदन की खाड़ी में हूती हमले से एक और मालवाहक जहाज को बचाया है। जहाज पर हूती विद्रोहियों ने मिसाइल से हमला किया था, जिससे जहाज पर भीषण आग लग गई थी। भारतीय नौसेना ने हमले की सूचना पर तुरंत मौके पर पहुंचकर जहाज को बचाया। कई घंटे की मशक्कत के बाद जहाज पर लगी आग पर काबू पाया जा सका।
ब्रिटिश व्यापारिक जहाज मार्लिन लाउंडा पर शनिवार को अदन की खाड़ी से गुजरते हुए हूती विद्रोहियों ने मिसाइल हमला किया था। इस हमले के चलते जहाज पर आग लग गई थी। जहाज के चालक दल में 22 भारतीय और बांग्लादेशी नागरिक शामिल है। हमले के बाद जहाज के क्रू ने भारतीय नौसेना से मदद मांगी। इस पर नौसेना ने अपना युद्धक जहाज आईएनएस विशाखापत्तनम को ब्रिटिश व्यापारिक जहाज को मदद के लिए रवाना किया। नौसेना ने बयान जारी कर बताया कि 10 फायर फाइटर्स की एक टीम ने जहाज पर लगी आग को करीब छह घंटे में कंट्रोल कर लिया। जहाज पर नौसेना के कर्मी मौजूद हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं कि कहीं फिर से तो आग भड़कने की आशंका नहीं है। नौसेना ने बताया कि अमेरिका और फ्रांस के युद्धक जहाजों को भी ब्रिटिश जहाज के चालक दल ने मदद के लिए फोन किया था, जिस पर उन्होंने प्रतिक्रिया भी दी।
जहाज के कप्तान ने नौसेना को कहा धन्यवाद
ब्रिटिश व्यापारिक जहाज के कप्तान ने भारतीय नौसेना को धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा कि 'हमने इस भीषण आग से लड़ने की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन भारतीय नौसेना के जज्बे को सलाम है जिन्होंने इस भीषण आग पर काबू पाया। भारतीय नौसेना ने उम्मीद से बढ़कर हमारी मदद की।'
हूती विद्रोही बना रहे व्यापारिक जहाजों को निशाना
यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने बताया कि मार्लिन लाउंडा ब्रिटिश कंपनी का जहाज था, जिस पर यमन के हूती विद्रोहियों मिसाइल से हमला किया था। इस्राइल हमास युद्ध के बाद से हूती विद्रोही लगातार लाल सागर और अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं। यही वजह है कि भारतीय नौसेना समेत अमेरिका और कई अन्य देशों की नौसेनाएं अरब सागर, अदन की खाड़ी में पेट्रोलिंग कर रही हैं।