भोपाल
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इन दिनों लगातार कोई ना कोई कदम उठाए जा रहा है। इसी कड़ी में अब प्रदेश के तीन शहरों को सोलर सिटी बनाने की तैयारी की जा रही है। इसमें सबसे पहला नंबर राजधानी भोपाल का है और यहां 1100 मेगावाट सोलर एनर्जी स्थापित की जाने वाली है। भोपाल के बाद इंदौर और उज्जैन में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा।
भोपाल को क्लीन कैपिटल के साथ ग्रीन कैपिटल बनाया जा सके। इसी उद्देश्य से सोलर सिटी योजना तैयार की गई है। आने वाले 2 महीने में सोलर सिस्टम लगाकर 1100 मेगा वाट सोलर एनर्जी बनाई जाएगी। इससे कार्बन उत्सर्जन नियंत्रित किया जा सकेगा।
घरेलू सोलर के लिए अनुदान
घरेलू सोलर पैनल जो 1 से 3 किलो वाट का है उसके लिए अनुदान देने की योजना भी सरकार द्वारा बनाई गई है। इसके लिए रहवासियों के बीच विशेष तौर पर अभियान चलाया जाएगा और सोलर एनर्जी से होने वाले फायदे बताए जाएंगे। नगर निगम पूरी तरह से योजना के साथ राजधानी भोपाल को सोलर सिटी बनाने में लगा हुआ है।
चलाया जाएगा अभियान
कार्बन उत्सर्जन कम करने और राजधानी को सोलर सिटी बनाने के लिए जागरूकता अभियान सभी 21 जोन में चलाया जाएगा। अभियान के जरिए नागरिकों को अपने घर की छत, स्कूल कॉलेज की छत और शासकीय कार्यालय पर सोलर पैनल लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कुल 1100 मेगावाट सोलर एनर्जी का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 25000 जगह पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
इन योजनाओं पर भी दिया जा रहा ध्यान
भोपाल को लगातार ग्रीन सिटी बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए उद्योगों में ग्रीन एनर्जी उपयोग, ई वाहन, सोलर एनर्जी, विद्युत उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ वृक्षारोपण के लिए जागरुकता फैलाई जा रही है।