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कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को पश्चिम बंगाल में बदलना पड़ा रुट, ममता ने दिखाए तेवर 

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नई दिल्ली 
कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' गुरुवार सुबह पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गई। राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा ने असम के गोलकगंज से गुजरते हुए राज्य में अपनी यात्रा समाप्त की और सुबह पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में प्रवेश किया। इस यात्रा पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सख्त तेवर का असर देखने को मिल रहा है। बंगाल में कांग्रेस की यात्रा का रूट बदला गया है। अब यह पहले से कम समय तक इस राज्य में रुकेगी। पड़ोसी राज्य बिहार में जाने से पहले 'न्याय यात्रा' बंगाल के उत्तरी जिलों से होकर गुजरेगी। इसके लिए रूट को फिर से प्लान किया गया है। हालांकि यात्रा के अगले सप्ताह बंगाल में फिर से प्रवेश करने की उम्मीद है। अगले सप्ताह राहुल की यात्रा मालदा और मुर्शिदाबाद जैसे कांग्रेस के गढ़ों से होकर गुजरेगी। बंगाल में यात्रा के रूट को लेकर आखिरी समय में बदलाव करना दीदी के सख्त रुख की ओर इशारा कर रहे हैं। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को बड़ा झटका देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को घोषणा की थी कि उनकी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव राज्य में अकेले लड़ने का फैसला किया है। बनर्जी के बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से एक दिन पहले आए।

रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस ने ऐसी किसी भी बात को अधिक तवज्जो नहीं दी है। कांग्रेस का कहना है कि सहूलियत के हिसाब से यात्रा का रूट कभी भी बदला जा सकता है। कांग्रेस ने कहा है कि यात्रा मार्ग पर मालदा और मुर्शिदाबाद दोनों "जरूर पड़ेंगे।" बंगाल में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में सीपीआई (एम) सहित वामपंथी दल भी शामिल होंगे। वाम दल राज्य में कांग्रेस के सहयोगी हैं और इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं। हालांकि तृणमूल इसमें शामिल नहीं होगी।

ऐसा होगा बंगाल में यात्रा का रूट
यात्रा ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में कूचबिहार जिले के बशीरहाट से होते हुए राज्य में प्रवेश किया। झंडा सौंपने के बाद यात्रा कूचबिहार जिले के खागराबारी चौक की ओर बढ़ेगी जहां राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करेंगे। तूफानगंज और कूचबिहार शहर से गुजरने के बाद गांधी कूचबिहार में मां भवानी चौक से पदयात्रा करेंगे। यात्रा बस के जरिए घोक्साडांगा में जारी रहेगी इसके बाद रात्रि विश्राम के लिए अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा पहुंचेगी। 26-27 जनवरी को दो दिन के विराम के बाद यात्रा जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और दार्जिलिंग जिलों से गुजरेगी और 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी। इसके बाद यात्रा 31 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और मुर्शिदाबाद से होकर गुजरेगी तथा एक फरवरी को राज्य से प्रस्थान करेगी। मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों को राज्य में कांग्रेस का गढ़ माना जाता है।

यात्रा का पश्चिम बंगाल चरण पांच दिनों में छह जिलों और छह लोकसभा क्षेत्रों – दार्जिलिंग, रायगंज, उत्तर और दक्षिण मालदा और मुर्शिदाबाद में दो संसदीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगा जिसके तहत 523 किलोमीटर की यात्रा होगी। अप्रैल-मई 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद यह गांधी की राज्य की पहली यात्रा है।

ममता की बातों ने कांग्रेस पर दबाव बढ़ा दिया है। कांग्रेस विपक्षी गुट का नेतृत्व कर रही है। सबसे पुरानी पार्टी फिलहाल पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सहित सहयोगियों को सीट-बंटवारे पर समझौते के लिए मनाने की कोशिश कर रही है। ममता द्वारा कांग्रेस को झटका देने के बाद, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी घोषणा करते हुए कहा कि AAP सभी 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ में कहा कि उनकी आम आदमी पार्टी (आप) आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने यह दावा भी दोहराया कि ‘आप’ राज्य की सभी 13 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करेगी।