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मोदी ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद के मुद्दे पर विपक्षी दलों पर निशाना साधा, युवाओं का भविष्य ‘अंधकारमय’ बना दिया

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नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को भ्रष्टाचार और परिवारवाद के मुद्दे पर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उनकी सरकारों के कार्यकाल में भारत के युवाओं का भविष्य ‘अंधकारमय' बना दिया गया था जबकि मौजूदा केंद्र सरकार उन्हें उस स्थिति से बाहर निकाल कर लायी। राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से आयोजित ‘नमो नवमतदाता सम्मेलन' को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह आजादी से 25 साल पहले भारत के नौजवानों पर देश को स्वतंत्र कराने का दारोमदार था, उसी तरह 2047 तक यानी आने वाले करीब 25 सालों में युवाओं पर विकसित भारत के निर्माण की जिम्मेदारी है। उन्होंने युवाओं को पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार होने के फायदे गिनाते हुए कहा कि इससे अनुच्छेद 370 को निरस्त करने व अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार खत्म होता है और वैश्विक स्तर पर भारत की साख भी बढ़ती है। 

मोदी ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि आज भारत का नौजवान देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों को समझ रहा है। इसलिए वह भ्रष्टाचार के खिलाफ है। वह परिवारवाद के खिलाफ है।'' उन्होंने कहा कि परिवारवाद ऐसी बीमारी है जो देश के युवाओं को आगे बढ़ने से रोकती है। उन्होंने कहा, ‘‘आपने देखा है परिवारवादी पार्टियों में दूसरे युवा कभी आगे नहीं बढ़ पाते। परिवारवादी पार्टियों के नेताओं की सोच युवा विरोधी होती है। इसलिए आपको अपने वोट की ताकत से ऐसी परिवारवादी पार्टियों को हराना है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि जब पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार होती है तो देश बड़े फैसले लेता है और दशकों से लटकी हुई समस्याओं को सुलझाकर आगे बढ़ता है। 

वन रैंक, वन पेंशन लागू कर देश के पूर्व फौजियों का चार दशक का इंतजार समाप्त किया
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाकर दशकों का इंतजार खत्म किया। हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार ने सेना के जवानों के लिए वन रैंक, वन पेंशन लागू कर देश के पूर्व फौजियों का चार दशक का इंतजार समाप्त किया। यह हमारी सरकार है जिसे अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी होने का अवसर मिला। जब पूर्ण बहुमत की सरकार होती है तो नीति और निर्णयों में भी स्पष्टता होती है।'' मोदी ने कहा कि इसका असर वैश्विक स्तर पर भारत की साख पर भी होता है। उन्होंने कहा, ‘‘आज दुनिया में भारत की साख नयी ऊंचाई पर है।'' कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि उसने देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय बना दिया था।

 उन्होंने कहा, ‘‘10-12 साल पहले भारत में जिस तरह की परिस्थिति थी, उसने देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय बना दिया था। आज देश में रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं…आज स्थितियां बदली हैं। आज हर दिन एक नई खबर आती है कि आज इस क्षेत्र में भारत ने नया मुकाम हासिल किया। साल 2014 से पहले की पीढ़ी ने तो इसकी उम्मीद भी छोड़ दी थी।'' प्रधानमंत्री ने युवाओं से कहा कि उस समय के अखबारों में आए दिन भ्रष्टाचार की खबरें सुर्खियां बनती थीं और हजारों करोड़ रुपये के घोटाले तो सामान्य सी बात थी। उन्होंने कहा, ‘‘उस समय आए दिन देश के नौजवान सड़कों पर तत्कालीन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते थे। मुझे संतोष है कि हम उस अंधकारमय स्थिति को दूर कर पाए हैं।'' 

दुनिया सोचती है…भारत खुद भी डूबेगा और हमें भी ले डूबेगा
केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं और इनमें से कई के शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने की उपलब्धियों का बखान करते हुए मोदी ने कहा कि आज भ्रष्टाचार की नहीं बल्कि विश्वसनीयता और सफलता की कहानियां सुर्खियां बनती हैं। उन्होंने कहा कि उन दिनों भारत दुनिया की पांच सबसे नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल था और दुनिया सोचती थी कि भारत खुद भी डूबेगा और हमें भी ले डूबेगा। मोदी ने कहा, ‘‘आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और दुनिया सोचती है कि भारत के विकास से उसका भी विकास होगा। आने वाले कुछ ही वर्षों में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शुमार हो जाएगा और भारत की अर्थव्यवस्था सात हजार अरब को पार कर जाएगी।'' 

युवाओं को अपना और भारत दोनों का भविष्य तय करना है
प्रधानमंत्री ने युवाओं से कहा कि अगले 25 साल में उन्हें अपना और भारत दोनों का भविष्य तय करना है। उन्होंने कहा, ‘‘इन 25 वर्षों में आप कई बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। ऐसे में जिले, प्रदेश और देश के स्तर पर होने वाले सारे चुनाव में आपकी जिम्मेदारी सबसे बड़ी होगी। आज जब देश 2047 तक विकसित भारत बनने के लक्ष्य पर काम कर रहा है तो आपका वोट तय करेगा कि भारत की दिशा क्या होगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह 1947 से 25 साल पहले भारत के नौजवानों पर देश को स्वतंत्र कराने का दारोमदार था, उसी तरह 2047 तक यानी आने वाले 25 सालों में युवाओं पर विकसित भारत के निर्माण की जिम्मेदारी है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कई ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हुए जिनकी उम्र स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेते हुए 18 से 25 के बीच थी और उनके नाम आज भी इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाते हैं।

युवाओं के लिए जरूरी है कि वे भारत का भाग्य उज्ज्वल बनाने के लिए वोट दें
 उन्होंने कहा, ‘‘आपके सामने भी एक ऐसा ही मौका है विकसित भारत के ‘अमृत काल' की गाथा में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखवाने का। कैसे लिखा जाए यह आपको तय करना है।'' मोदी ने कहा कि अगले कुछ सालों में भारत अंतरिक्ष, रक्षा, विनिर्माण, प्रौद्योगिकी और नवाचार जैसे कई क्षेत्रों में कहां पहुंचेगा यह युवाओं पर निर्भर होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी गति, हमारी दिशा, हमारा रुख कैसा होगा, इसका एक बड़ा माध्यम मतदान ही होगा। भविष्य के भारत में आपके लिए संभावनाएं कैसी होंगी इसकी जिम्मेदारी उन लोगों पर होगी जो इस कालखंड में देश की व्यवस्था संभालेंगे। ऐसे में लोगों का सही चुनाव हो, यह जिम्मेदारी नौजवान मतदाताओं पर है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं के लिए जरूरी है कि वे भारत का भाग्य उज्ज्वल बनाने के लिए वोट दें।