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अधिक चुनौती पूर्ण है मूक जानवरों का इलाज: मंत्री श्री लखन पटेल

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  • अधिक चुनौती पूर्ण है मूक जानवरों का इलाज: मंत्री श्री लखन पटेल
  • पशुपालन राज्य मंत्री ने किया पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान में प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण
  • मनुष्यों के उपचार से अधिक चुनौती पूर्ण है जानवरों का उपचार क्योंकि वे बोल नहीं सकते : मंत्री श्री लखन पटेल

भोपाल

पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लखन पटेल ने कहा है कि मनुष्यों के उपचार से अधिक चुनौती पूर्ण है जानवरों का उपचार क्योंकि वे बोल नहीं सकते। जानवर को देखकर बीमारी के लक्षण पहचानने होते हैं और तदनुरूप चिकित्सक को इलाज करना होता है। जानवरों का समय पर टीकाकरण आवश्यक है, जिससे वे बीमार न हों।

मंत्री श्री पटेल पशुपालन एवं डेयरी संचालनालय में एक कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने राज्य पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान के नवनिर्मित प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने विभागीय पशुधन संजीवनी 1962 कॉल सेंटर का अवलोकन किया और संचालनालय परिसर में पौधारोपण भी किया।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रदेश में सड़कों पर घूमते हुए जानवर सबसे बड़ी समस्या है, हमें इसका शीघ्र ही निदान करना है, जिससे जानवरों का सही पालन पोषण हो सके और दुर्घटनाओं को भी रोका जा सके। इसके लिए सभी से सुझाव आमंत्रित हैं। सभी के सहयोग से समुचित कार्ययोजना बनाकर उस पर अमल किया जाएगा। अन्य राज्यों के पशुपालन और डेयरी मॉडल का अध्ययन कर उस पर भी कार्य किया जाएगा। हाल ही में मुख्यमंत्री जी के साथ गुजरात भ्रमण के दौरान अमूल से भी समझौता हुआ है। उन्होंने आगामी एक, दो और तीन फरवरी को पंजाब में लगने वाले पंजाब डेयरी फेडरेशन के मेले में प्रदेश के किसानों का भ्रमण कराए जाने के निर्देश दिए।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर करने और किसान की आय को दुगना करने में पशुपालन और दुग्ध उत्पादन का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। कृषि क्षेत्र में तो उत्पादन लगभग अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है लेकिन पशुपालन क्षेत्र में अभी अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि मैंने डेयरी चलाई है और मैं पशुपालकों की समस्याओं को जानता हूं। हमें दुग्ध उत्पादन के साथ ही उसके विपणन पर विशेष ध्यान देना होगा।

मंत्री श्री पटेल ने राज्य पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान के नवनिर्मित प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण करने के पश्चात उसका अवलोकन भी किया। उन्होंने पशुधन संजीवनी 1962 कॉल सेंटर का भी अवलोकन कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बताया गया कि इस 50 सीटर कॉल सेंटर से प्रदेश में पशुओं के उपचार के लिए चल रही 406 मोबाइल वैन का नियंत्रण किया जाता है। कॉल सेंटर पर कोई भी व्यक्ति पशुओं के इलाज के लिए फोन कर सकता है। संबंधित क्षेत्र में उपस्थित मोबाइल वैन मौके पर जाकर पशुओं का इलाज़ करती हैं। मंत्री श्री पटेल ने पथरिया क्षेत्र में चल रही पशु मोबाइल वैन की लोकेशन की जानकारी ली।

इस अवसर पर संचालक पशुपालन श्री आर के मेहिया, वेटरिनरी काउंसिल आफ इंडिया के सदस्य श्री उमेश चंद्र शर्मा और पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक आयोग के संचालक श्री मनोज गौतम भी उपस्थित।