पटना
कर्पूरी ठाकुर की जन्मशती के मौके पर आयोजित रैली में नीतीश कुमार ने उन्हें भारत रत्न दिए जाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। यही नहीं इस मौके पर नीतीश कुमार ने कर्पूरी का जिक्र करते हुए परिवारवाद की राजनीति पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि आज कल लोग परिवार के लिए क्या-क्या करते हैं। लेकिन कर्पूरी ठाकुर जी ने अपने परिवार के लिए कुछ नहीं किया। वह जब चले गए, तब हम ही लोग रामनाथ ठाकुर जी को आगे बढ़ाए। आज कल वह राज्यसभा के सदस्य हैं। नीतीश कुमार ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन परिवार के लिए क्या-क्या करने वाली बात को लोग आरजेडी से जोड़कर देख रहे हैं।
नीतीश कुमार ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर से ही सीखकर हमने भी अपने परिवार के किसी सदस्य को आगे नहीं बढ़ाया है। उन्होंने पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के लिए काम किया। मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के प्रयासों से ही पहली बार 20 फीसदी आरक्षण बिहार में मिला था। 1978 में उनके प्रयासों से अति पिछड़ा को 12 पर्सेंट और पिछड़ा को 8 पर्सेंट कोटा मिला। अब तो हम कहते हैं कि पूरे देश में इस अति पिछड़ा और पिछड़ा के आधार पर आरक्षण मिला। नीतीश कुमार ने कहा कि देश में सिर्फ पिछड़ा ही नहीं है बल्कि अति पिछड़ा भी है। उनकी संख्या भी अधिक है और उन लोगों में गरीबी भी ज्यादा है।
इस मौके पर नीतीश कुमार ने भाजपा पर कोई हमला नहीं बोला। बेहद सधे हुए अंदाज में उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न मिला है। हमारी जब 2005 में पहली बार सरकार बनी थी, तभी से हम अनुरोध करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि लंबे इंतजार के बाद आखिर कल इस मांग को स्वीकार कर लिया गया। इसके लिए हम पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें भी अब लगता है कि कुछ मिल जाएगा। उन्होंने तो रामनाथ ठाकुर को भी फोन किया है। इसके लिए हम उन्हें बधाई देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कर्पूरी ठाकुर से ही प्रेरणा लेकर काम कर रहे हैं।
रैली में नीतीश कुमार ने कहा कि कर्पूरी जी के सिद्धांतों से ही सबक लेते हुए हमने जातीय जनगणना कराई है। इस गणना में अनुसूचित जाति वर्ग और पिछड़ों की आबादी अधिक मिली। इसके अलावा 94 लाख परिवार गरीबी रेखा से नीचे पाए गए। अब हम इन लोगों के कल्याण के लिए योजनाओं को तैयार कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि करीब 2 लाख लोग यहां पर मौजूद हैं और मैं रास्ते में था तो सड़कों पर भी बड़ी संख्या में लोग दिखाई दिए।