पटना
अयोध्या के श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद केंद्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के भाजपा नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस माह के आखिरी में होने वाले बिहार दौरे से लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 या 28 जनवरी को बिहार दौरे पर आ सकते हैं। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति रहेंगे, जिसकी वजह से पीएम के 27 जनवरी के दौरे में बदलाव हो सकता है। पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और बेतिया से सांसद डॉ संजय जायसवाल ने इसकी पुष्टि की है।
प्रधानमंत्री मोदी का विस्तृत कार्यक्रम अभी आना बाकी है लेकिन इतना तय है कि इस दौरान प्रधानमंत्री तिरहुत प्रक्षेत्र के बेतिया, बाल्मिकीनगर, मोतिहारी, शिवहर और मुजफ्फरपुर क्षेत्र को कई सौगात दे सकते हैं। पीएम यहां योजनाओं को हरी झंडी दिखाएंगे। महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण से नरेन्द्र मोदी भाजपा के अभियान का श्रीगणेश करते हुए विपक्षी दलों के सामने चुनौती पेश करेंगे।
बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि बेतिया में तीन स्थानों का प्रस्ताव दिया गया है लेकिन सुगौली का मैदान प्राथमिकता में है। प्रधानमंत्री का बेतिया के अतिरिक्त बेगूसराय एवं औरंगाबाद में भी कार्यक्रम होना है। हालांकि, इसकी तिथि अभी तय नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से जदयू के साथ तालमेल कर 39 सीटों पर कब्जा किया था। बाद में बिहार में 16 सीटें जीतने वाले जदयू ने गठबंधन बदलकर भाजपा से दोस्ती तोड़ ली थी। बिहार में नीतीश कुमार के विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए में शामिल होने के बाद भाजपा के लिए सियासी चुनौती बढ़ गई है। क्योंकि, जदयू-राजद,कांग्रेस और लेफ्ट के एक साथ है। इस लिहाज से भाजपा के लिए 2024 में 2019 जैसे नतीजे दोहराना आसान नहीं है। इसके चलते पार्टी ने पीएम मोदी की रैली कराने की रूपरेखा बनाई है।