पटना.
इन दिनों बिहार के सियासी हालात को लेकर लगाई जा रहे अटकलों का बाजार गर्म है। खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीतिक गतिविधियों को लेकर। जब से सीएम नीतीश कुमार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं तब से सियासी गलियारे में रोज नई-नई भविष्यवाणी हो रही है। बुधवार को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और सीएम नीतीश कुमार के मुलाकात से पहले जो चर्चाएं थी, उनके से कई पर विराम लग गया। तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया कि महागठबंधन सबकुछ ठीक है।
लालू-नीतीश मुलाकात के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा से संरक्षक जीतन राम मांझी ने बड़ा दावा कर दिया। उन्होंने कहा कि अगले चार-पांच दिन बिहार की राजनीति के लिए काफी अहम काफी अहम हैं। उन्हें लगता है कि सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर से कुछ बड़ा खेला कर सकते हैं। इसलिए उन्होंने अपने विधायकों को पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लिखा है कि दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर मेरी नजर है। राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। जो भी हो राज्यहित में होगा। इधर, दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान जीतन राम मांझी ने लालू और नीतीश की मुलाकात के बाद कहा था कि यह सामान्य मुलाकात नहीं है। सीएम नीतीश कुमार कुछ बड़ा करने जा रहे हैं।