घर के बेडरूम को ज्योतिषीय भाषा में शैय्या भाव कहते हैं. बेड पर हम नींद लेते है. नींद जीवन में बहुत आवश्यक है इसलिए रात में सोने के पहले बेड को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए ताकि अच्छी नींद आए और सुबह उठकर आप ऊर्जावान होकर अपने निजी और व्यावसायिक कार्यों को कर सकें. नींद एक प्रकार की अर्द्ध मृत्यु मानी गई है.
बेड पर भोजन करना
इतने से यह बात तो समझ में आ ही गयी होगी कि बेड सोने के लिए ही होता है किसी अन्य कार्य के लिए नहीं. आपने देखा होगा कि लोग अपने सारे कार्य बेड पर ही करते हैं जैसे बच्चे उसी पर बैठकर पढ़ते हैं, बड़े भी अपने कार्य उसी पर बैठे-बैठे करते हैं, यहां तक कि बेड पर ही बैठकर भोजन करते हैं. यदि आप भी ऐसा करते हैं तो आज ही से बेड पर बैठ कर भोजन करना बंद कर दीजिए.
पुष्टिवर्धक नहीं होता खाना
भोजन करने का उद्देश्य केवल पेट को भरना नहीं होता बल्कि पौष्टिक तत्वों को ग्रहण करना होता है ताकि उससे शरीर को ऊर्जा प्राप्त हो किंतु यदि आप बेड पर बैठकर खाना खाते हैं तो वह खाना पुष्टिवर्धक नहीं होता. बेड पर बैठकर एक ही स्थिति में खाना खाया जा सकता है जब कोई अस्वस्थ हो. स्वस्थ व्यक्ति को तो चाय-पानी का सेवन भी बेड पर बैठकर नहीं करना चाहिए.
मां लक्ष्मी होती हैं नाराज
बेडरूम में भोजन करने से धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. घर में जगह की कमी है तो किचन में दरी, पट्टी या आसन आदि को बिछाकर खाना खा सकते हैं. डायनिंग टेबल न होने की स्थिति में आप यहां तक कि स्टडी टेबल या सोफे में बैठकर खाना खा सकते हैं. स्टडी टेबल या सोफे की टेबल पर थाली रख कर भोजन करें तो उस टेबल को साफ जरूर करें क्योंकि पढ़ने के लिए टेबल का शुद्ध होना जरूरी है.