औरंगाबाद
कहा जाता है सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। अगर आपने कुछ कर गुजरने की क्षमता है तो कोई भी बाधा आड़े नहीं आ सकती। बिहार के 12 साल के बच्चे ने ऐसा ही कमाल किया है। हम बात कर रहे औरंगाबाद के 12 वर्षीय छात्र ऋतिक राज की, जिसने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया। ऋतिक ने राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) इंट्रेंस एग्जाम में टॉप किया है। एक किसान के बेटे ऋतिक ने अपनी मेहनत के बल पर इस प्रतिष्ठित एग्जाम में पूरे देश में टॉपर बने हैं।
12 साल के ऋतिक राज का कमाल
12 साल के ऋतिक राज औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड स्थित छोटे से गांव कमात में पिता के साथ रहते हैं। वो चौखड़ा गांव में मौजूद सरकारी मध्य विद्यालय में कक्षा 8वीं के छात्र हैं। ऋतिक के परिजनों की मानें तो बेटा बचपन से ही मिलिट्री में जाने की बात करता था। अभी 8वीं में पढ़ रहा। इसी दौरान उसने राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज का एंट्रेंस एग्जाम दिया। जिसमें उसने टॉप करके अपने गांव का ही नही बल्कि जिले और राज्य का नाम रोशन कर दिया।
पिता किसान तो मां हैं टीचर
ऋतिक के पिता रूपेश कुमार सिंह एक किसान है। उनकी माता रंभा कुमारी मध्य विद्यालय दधपी में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। ऋतिक का घर मदनपुर प्रखंड के छोटे से गांव कमात में है। उनके पिता किसानी का ही काम करते हैं। ऋतिक बचपन से ही अत्यंत बुद्धिमान हैं और उसे सैनिक बनकर देश की सेवा करने की इच्छा थी। माता पिता ने उसकी इच्छा को देखते हुए राजस्थान के एक एकेडमी से गांव पर ही रहकर ऑनलाइन शिक्षा दिलाई। अब बेटे ने कठिन परिश्रम से परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।
ऐसे RIMC इंट्रेंस टेस्ट में बना टॉपर
ऋतिक ने राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज के लिए देश भर में आयोजित इंट्रेंस परीक्षा में ऑल इंडिया में पहला स्थान प्राप्त किया है। उसकी इस उपलब्धि से गांव के साथ-साथ सभी शुभचिंतक बधाई दे रहे हैं। राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) इंट्रेंस परीक्षा में ऋतिक के टॉपर बनने पर उनकी मां बहुत खुश हैं। मां के साथ-साथ पिता रूपेश कुमार सिंह बेहद ही खुश हैं। अपने बेटे के उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी छोटी बेटी भी जो देश की सेवा के प्रति समर्पित है और वह भी अभी से उसकी तैयारी में जुटी हुई है।