रायपुर
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। यह यात्रा 6200 किलोमीटर मुंबई पहुंचकर खत्म होगी। यह यात्रा छत्तीसगढ़ से होकर भी गुजरेगी। इस दौरान राहुल गांधी करीब पांच दिन तक छत्तीसगढ़ में रुकेंगे। छत्तीसगढ़ में 536 किलोमीटर की भारत जोड़ो न्याय यात्रा सात जिलों से होकर गुजरेगी। जिसका कांग्रेसीजन छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक स्वागत की तैयारी कर रहे हैं।
इस यात्रा को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राहुल गांधी की इस यात्रा का आने वाले लोकसभा चुनाव पर भी व्यापक प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि राहुल गांधी 100 से अधिक लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेंगे। इस दौरान वे जनता की आवाज को उठाएंगे। उनकी समस्याओं को पटल पर रखेंगे। लोगों से सीधा संवाद करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि राहुल गांधी की यात्रा से लोगों को काफी विश्वास है, भरोसा है, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश करेंगे।
'केंद्रशासित प्रदेश बनकर रह गया है छत्तीसगढ़ '
सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर तंज करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी प्राय: मृत पार्टी हो चुकी है। बीजेपी सरकार बनने के बाद भी ऐसा लग रहा है कि राज्य केंद्रशासित प्रदेश बन गया है। यहां के मंत्रियों, यहां के नेताओं को कोई भी निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। छत्तीसगढ़ बीजेपी का निर्णय केंद्रीय सरकार कर रही है। छत्तीसगढ़ के नेता भाजपा में अस्तित्वविहीन हो चुके हैं। छोटे-छोटे निर्णय भी केंद्र सरकार की ओर से लिए जा रहे हैं। उन्होंने एक अखबार का हवाला देते हुए कहा कि उसमें लिखा है कि केंद्रीय मंत्री आएंगे और बैठक लेंगे। इसके बाद जिले के एसपी का तबादला होगा। पूरे देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि राज्य में पुलिस अधिकारियों निर्णय केंद्र सरकार और उसके केंद्रीय मंत्री ले रहे हैं।
'बीजेपी के पास भ्रष्टाचार के प्रमाण नहीं'
भ्रष्टाचार के सवाल पर उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर बीजेपी के पास कोई भी प्रमाणिक प्रमाण नहीं है। उन्होंने बीजेपी सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि एक महीने हो चुके हैं सरकार बने हुए, लेकिन बीजेपी केवल गाल बजा रही है। बीजेपी के पास कोई तथ्य नहीं है। अब बीजेपी सरकार है, भ्रष्टाचार हुई है, तो जांच करें और दोषियों पर कार्रवाई करें। पूर्व की कांग्रेस सरकार में बनी योजनाओं को बंद करने के सवाल पर कहा कि योजनाओं को बंद करने के लिए कोई ठोस कारण होना चाहिए। जिन योजनाओं से जनता का भला हो रहा हो, उन योजनाओं को बंद किया जाएगा तो जनता में आक्रोश पनपेगा। जनता ने ही बीजेपी को कुर्सी सौंपी है, तो जानता ही कुर्सी से उतारेगी।
'कांग्रेस और बीजेपी की रामभक्ति में बेसिक अंतर बताया'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हमेशा मानना है कि धर्म व्यक्तिगत आस्था का विषय है। धर्म का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। कांग्रेस और बीजेपी की राम भक्ति में बेसिक अंतर यही है हम अपने आध्यात्मिक, शांति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए हमारा भगवान राम से वर्षों से नाता रहा है जबकि बीजेपी ने भगवान राम से नाता सिर्फ अपने राजनीतिक उत्थान के लिए बनाया है। बीजेपी से सवाल करते हुए पूछा कि अपूर्ण श्रीराम मंदिर के उद्घाटन की बात क्यों हो रही है? ये इसलिए किया जा रहा है ताकि लोकसभा चुनाव से पहले उसका राजनीतिक लाभ लिया जा सके। भाजपा कौन होती है इसका राजनीतिक लाभ लेने वाली? बीजेपी ने अपूर्ण मंदिर के उद्घाटन का फैसला क्यों लिया? मंदिर के पूर्ण होने तक इंतजार किया जाना चाहिए। रामनवमी के दिन मंदिर का उद्घाटन किया जाना चाहिए था। केवल राजनीतिक स्वार्थ के लिए मंदिर का उद्घाटन किया जा रहा है और आरोप उल्टे दूसरे दलों के ऊपर मढ़ा जा रहा है।