ग्वालियर
बीज विकास निगम में नौकरी के बदले अस्मत मांगने का सनसनीखेज मंगल सामने आया है। इंटरव्यू पैनल में शामिल प्रोडक्शन असिस्टेंट संजीव कुमार तंतुवे ने यह घिनौनी मांग बाकायदा व्हाट्सएप मैसेज भेज कर की।
ग्वालियर की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में आरोपी का मोबाइल जप्त कर उसके खिलाफ धारा 354-A की कायमी तो की लेकिन नोटिसेबल अपराध बता कर उसे नोटिस देकर छोड़ दिया।
क्या है पूरा मामला
3 जनवरी को ग्वालियर की एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट सेल में मध्य प्रदेश राज्य बीज निगम ने नौकरियों के लिए इंटरव्यू आमंत्रित किए थे। यह इंटरव्यू लेने के लिए भोपाल से बीज विकास निगम का प्रोडक्शन असिस्टेंट संजीव कुमार तंतुवे भी ग्वालियर पहुंचा। वह भोपाल में पदस्थ है।
इंटरव्यू देने के बाद एक लड़की के पास में संजीव कुमार के व्हाट्सएप नंबर से मैसेज गया कि वह उसका सिलेक्शन करवा सकता है लेकिन उसके बदले उसे प्यार चाहिए..बस एक बार।
एक घंटे में हां या ना…
उसके बाद संजीव ने जाॅब के लिए रात बिताने की डिमांड की और लिखा कि 1 घंटे में हां या ना में जवाब दो। बाद में उसने मैसेजों को डिलीट कर दिया। यह मैसेज उसने दो अन्य लड़कियों के पास भी भेजे।
लड़कियों ने ग्वालियर की क्राइम ब्रांच में शिकायत की कि उनके पास इस बारे में कॉल रिकॉर्डिंग और मैसेज के स्क्रीनशॉट है। इस पर ग्वालियर की क्राइम ब्रांच ने आरोपी संजीव कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और उसके मोबाइल को भी जप्त कर लिया।
354A में मामला दर्ज
पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ धारा 354 ए के तहत मामला दर्ज किया गया और क्योंकि यह नोटिसेबल अपराध है इसीलिए उसे 10 जनवरी को नोटिस देकर छोड़ दिया गया।
यह बेहद शर्मनाक है कि मध्य प्रदेश सरकार के एक निगम के अधिकारी के द्वारा इस तरह की घिनौनी हरकत की गई और उसके खिलाफ महज नोटिसेबल अपराध के तहत कार्रवाई की गई।
जाहिर सी बात है कि जब तक इस तरह के अपराधों में कड़ी कार्रवाई कर नजीर पेश नहीं की जाएगी तब तक इस तरह की आपराधिक प्रवृत्तियां लगातार सिर उठाती रहेगी।