मुरैना
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से एक बड़ी खबर आ रही है जहाँ एक दिन पहले पार्षद ने नगर निगम कर्मचारी से मारपीट कर दी थी जिस मामले में आज निगम के कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। साथ ही कर्मचारियों ने आरोपी पार्षद की गिरफ्तारी की मांग करते हुए निगम ऑफिस में ताला बंदी कर दी और सभी हड़ताल पर चले गए। जब महापौर शारदा सोलंकी नगर निगम कार्यालय पहुंची तब कार्यालय में ताला लगा देखकर भड़क गई। आगे उन्होंने निगम कर्मचारियों पर लापरवाही और तानाशाही रवैया से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, जब मारपीट की घटना में मामला दर्ज हो गया है, तो फिर हड़ताल किस बात की।
महापौर ने फरियादी कर्मचारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसका व्यवहार और भाषा गलत है। उन्होंने निगम कमिश्नर को उसे तत्काल हटाने के निर्देश दिए।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि निगम के स्टोर में पदस्थ सूरज तोमर सहायक ग्रेड तीन ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरे पास सर्दी में अलाव के लिए लकड़ी की व्यवस्था करने की भी जिम्मेदारी है। वार्ड 17 के पार्षद विनीत कंषाना ने बुधवार की शाम को लकड़ी मंगाई तो मैंने उनके यहां भिजवा दी। उन्होंने पूरी लकड़ी अपने दरवाजे पर ही रख ली।
मैंने उनसे कहा कि जितनी आवश्यकता है, उतनी अपने यहां खाली करवा लें, अन्य लकड़ी को वापस कर दें, अगर आपको और आवश्यकता होगी तो फिर से भिजवा देंगे। लेकिन वह नहीं माने और फोन पर बहस हो गई। उसके बाद पार्षद कंषाना तीन लोगों को लेकर मेरे कार्यालय में आए और मारपीट कर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई। मारपीट में कर्मचारी का हाथ फ्रैक्चर हो गया। विवाद से नाराज हुए नगर निगम कर्मचारी लामबंद होकर कोतवाली में पार्षद विनीत कंसाना व अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।