Home व्यापार तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविड-19 के बाद यात्रियों की आवाजाही सर्वाधिक

तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविड-19 के बाद यात्रियों की आवाजाही सर्वाधिक

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तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविड-19 के बाद यात्रियों की आवाजाही सर्वाधिक

तिरुवनंतपुरम
तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दिसंबर 2023 में चार लाख से अधिक यात्रियों की आवाजाही देखी गई। यह कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप के बाद एक महीने में यात्रियों की सबसे अधिक संख्या है।

हवाई अड्डे के अधिकारियों ने एक बयान में बताया कि इस अवधि में यात्रा करने वाले 4.14 लाख यात्रियों में से 2.42 लाख घरेलू यात्री थे और 1.72 लाख विदेशी यात्री थे।

उन्होंने बताया कि दिसंबर 2022 की तुलना में यात्रियों की आवाजाही में 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर 2023 में कुल यात्रियों की संख्या सालाना आधार पर 25 प्रतिशत बढ़कर 41.48 रही। 2022 में कुल यात्रियों की संख्या 33 लाख थी।

बयान के अनुसार, निर्बाध और बेहतर यात्रा अनुभव के लिए उड़ानों तथा यात्रियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए हवाई अड्डा प्राधिकरण पहले से ही अपने बुनियादी ढांचे में सुधार करने की तैयारी कर रहा है।

यात्री वाहनों की थोक बिक्री दिसंबर में चार प्रतिशत बढ़कर 2,86,390 इकाई

नई दिल्ली
घरेलू यात्री वाहन की थोक बिक्री दिसंबर 2023 में चार प्रतिशत बढ़कर 2,86,390 इकाई हो गई। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स ने  यह जानकारी दी। वाहन निर्माताओं ने दिसंबर 2022 में 2,75,352 यात्री वाहनों की डिलीवरी की थी।

सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, दोपहिया वाहनों की घरेलू थोक बिक्री दिसंबर 2023 में 16 प्रतिशत बढ़कर 12,11,966 इकाई रही, जो दिसंबर 2022 में 10,45,052 इकाई थी। इसी तरह दिसंबर 2022 में 38,693 इकाइयों की तुलना में दिसंबर 2023 में तिपहिया वाहनों की थोक बिक्री 50,537 इकाई रही।

क्वेस कॉर्प ने गुजरात तकनीकी विश्वविद्यालय के साथ किया समझौता

मुंबई
व्यापार समाधान प्रदाता क्वेस कॉर्प ने गुजरात में कौशल विकास एवं रोजगार सृजन के लिए गुजरात तकनीकी विश्वविद्यालय (जीटीयू) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

क्वेस कॉर्प की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) का उद्देश्य राज्य की कौशल आवश्यकता को पूरा करने के लिए कार्यक्रमों के पूर्वानुमान, विकास और पहचान में योगदान देना। गुजरात के 2030 के सतत दृष्टिकोण में योगदान देना है।

एमओयू के तहत, क्वेस कॉर्प कई स्थानों पर उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) संचालित करेगा। औपचारिक शिक्षा तथा समान पारिस्थितिकी प्रणालियों से आपूर्ति के आधार पर प्रौद्योगिकी तथा उद्योग क्षेत्रों में मांगों का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक ढांचा स्थापित करेगा।

कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी गुरुप्रसाद श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘इस तरह हमारी सरकार, उद्योग तथा शिक्षा जगत कौशल अंतर को पाटने और एक प्रतिभा पूल बनाने के लिए एक साथ आ सकते हैं जो बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए तैयार हो।''