Home व्यापार रूस-यूक्रेन युद्ध, इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष ने गोवा में पर्यटकों की आमद को प्रभावित...

रूस-यूक्रेन युद्ध, इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष ने गोवा में पर्यटकों की आमद को प्रभावित किया है: मंत्री खौंटे

4

रूस-यूक्रेन युद्ध, इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष ने गोवा में पर्यटकों की आमद को प्रभावित किया है: मंत्री खौंटे

अंतरराष्ट्रीय पर्यटक गोवा में आठ दिन रुकते हैं, जबकि घरेलू पर्यटकों का प्रवास चार दिन होता है: मंत्री खौंटे

पणजी
 राज्य के पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध तथा पश्चिम एशिया में इज़राइल संलिप्तता वाले संघर्ष के कारण इन देशों से गोवा में पर्यटकों की नियमित आमद कम हो गई है।

खौंटे ने  यहां तटीय राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोवा की नई पहल के शुभारंभ के मौके पर पत्रकारों से कहा कि रूस, यूक्रेन और इज़राइल तीन देश हैं जहां से गोवा में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। मंत्री ने कहा, ‘‘जिस संकट में ये देश हैं, उससे गोवा में पर्यटकों की नियमित आमद कम हो गई है। ''

खौंटे ने कहा कि घरेलू पर्यटक की बढ़ती संख्या से इससे काफी हद तक निपटने में मदद मिली है। हालांकि इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटक गोवा में औसतन आठ दिन रुकते हैं, जबकि घरेलू पर्यटकों का औसत प्रवास चार दिन होता है। मंत्री ने कहा, ‘‘वर्तमान में पर्यटन राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में 16 प्रतिशत का योगदान देता है। हम चाहते हैं कि अगले तीन वर्षों में यह बढ़कर 20 से 24 प्रतिशत हो जाए।''

ओडिशा वित्त वर्ष 2024-25 में दो लाख करोड़ रुपये ले सकता है उधार: नाबार्ड

भुवनेश्वर
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने ओडिशा के लिए वित्त वर्ष 2024-25 में दो लाख करोड़ रुपये की ऋण क्षमता का अनुमान लगाया है, जो एक साल पहले की अवधि से 25.19 प्रतिशत अधिक है।

अधिकारियों ने बताया कि  एक बैठक में नाबार्ड द्वारा तैयार एक 'स्टेट फोकस पेपर' पेश किया गया।

बयान में कहा गया, ‘‘नाबार्ड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्राथमिकता क्षेत्र के तहत 2,00,608 करोड़ रुपये की समग्र ऋण क्षमता का अनुमान लगाया है, जो पिछले वर्ष (2023-24) की तुलना में 25.19 प्रतिशत अधिक है।''

नाबार्ड ने 2023-24 के लिए 1,60,280 करोड़ रुपये की समग्र ऋण क्षमता का अनुमान लगाया था।

नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुधांशु केके मिश्रा ने कहा कि चालू वर्ष 2023-24 के लक्ष्यों को हासिल करने और ओडिशा में प्राथमिकता वाले क्षेत्र में ऋण प्रवाह बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

राज्य विकास आयुक्त अनु गर्ग ने कहा कि नाबार्ड ग्रामीण बुनियादी ढांचे के कार्यान्वयन और निर्माण तथा उनके संचालन को बढ़ाने में राज्य सरकार का एक प्रमुख भागीदार रहा है।

वित्त सचिव विशाल कुमार देव ने कहा कि ओडिशा में बैंकों से प्राथमिकता वाले क्षेत्र में ऋण प्रवाह अब तक अच्छा रहा है, लेकिन इसमें अब भी बहुत सुधार तथा अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।

आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक एस. पी. मोहंती ने बैंकों को आगामी वित्त वर्ष के लिए निर्धारित ऋण लक्ष्य हासिल करने के अलावा अपने दायरे का विस्तार करने की भी सलाह दी।