दौसा.
दौसा पूर्वी राजस्थान में अचानक रात में मावठ होने से पारा काफी नीचे गिर गया है, जिसके चलते ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। पूर्वी राजस्थान का हिस्सा ठंड की चपेट से प्रभावित है। तापमान पिछले कई दिनों से न्यूनतम और अधिकतम में भारी अंतर रहने लगा है।
पूरा उत्तरी भारत ठंड की चपेट में आने के चलते पूर्वी राजस्थान में अचानक मावठ के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
ठंड के चलते आम आदमी की दिनचर्या पर इसका प्रभाव अच्छा-खासा नजर आ रहा है। 10 बजे बाद आम आदमी के दैनिक क्रियाकलाप शुरू होते हैं और 4 बजे के आसपास वापस ठंड और कोहरे के चलते कामकाजी लोगों को घर पहुंचने की जल्दी लग जाती है। बाजारों की स्थिति यह हो गई है कि लगभग सुबह 10 बजे बाद बाजार खुलता है और 5 पहले बाजार बंद होने की तैयारी हो जाती है। दिन भर मार्केट में लोग जगह-जगह अलाव जलाकर कर तापते नजर आते हैं। ठंड कुछ लोगों के लिए फायदेमंद तो कुछ लोगों के लिए मुसीबत भी साबित हो रही है। इस मावठ से किसानों को अब अच्छी-खासी फसल होने की उम्मीद ज़रूर जगी है, जिसके चलते किसानों के चेहरे तो खिल उठे हैं। वहीं, आम आदमी के चेहरे पर इस कड़क-कड़कती ठंड के कारण मुसीबत नजर आ रही है। ठंड से अचानक गिरे तापमान के बाद अब ट्रेनों की आवाजाही पर भी काफी फर्क नजर आने लगा है। ट्रेन में अब अपने समय से कई घंटे देरी से आ जा रही हैं, जिसके चलते भी यात्री अपनी यात्रा समय पर नहीं कर पा रहे हैं।