जोधपुर.
स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की सात घंटे से अधिक समय तक बैठक ली। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की विविध जनकल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा कर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। शेखावत ने कहा कि हमारा संकल्प है कि केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार के अधिकारी जनहित में सकारात्मक सोच के साथ काम करें, ताकि सभी को योजनाओं का लाभ मिल सके।
उनका सर्वांगीण विकास हो सके। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए शेखावत ने कहा कि भारत को विकसित बनाने के संकल्प और सामान्य मानव के जीवन में परिवर्तन लाने को उसका आधार मानते हुए योजनाएं प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार ने प्रारंभ की हैं। उन योजनाओं को धरातल पर ठीक से लागू किया जाए, उसकी समीक्षा के लिए ये दिशा का प्लेटफार्म बनाया गया है। समय-समय पर हम बैठकर इन सारे विषयों पर चर्चा करते हैं कि किस तरह से विकास को प्रगति दी जा सके। योजनाओं का ठीक से धरातल पर उतार जा रहा है या नहीं, उसको लेकर समस्याएं, चुनौतियां या संकट हैं, इस प्लेटफार्म पर बैठकर विचार करते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष चुनाव आचार संहिता और चुनाव की बाध्यताओं के चलते हुए आज की बैठक में एक लंबा अंतराल हुआ। इसलिए इस मीटिंग में आज हमने डिटेल में सारी चीजों पर चर्चा की। शेखावत ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनी है। सरकार के बनने के बाद में मोदी जी द्वारा शुरू की गई सारी योजनाएं धरातल पर उतरें। प्रभावपूर्ण तरीके से उतरें और उनका प्रभाव नीचे गरीब व्यक्ति तक पहुंचे। सामान्य व्यक्ति के जीवन को सुधारने तक पहुंचे। इस दृष्टिकोण से हमने सभी योजनाओं की विस्तार के साथ समीक्षा की है।
पिछले सरकार के कार्यकाल में योजनाओं की स्थिति को लेकर पूछे गए सवाल पर शेखावत ने कहा कि मैं बहुत दर्द के साथ ये बात कह सकता हूं कि केंद्र सरकार की अनेक योजनाओं को जिस शिद्दत के साथ में धरातल पर उतारने के लिए राज्य सरकार को काम करना चाहिए नहीं हुआ। राजनीतिक प्रतिबद्धताओं के चलते हुए बहुत सारी योजनाओं को डिरेल करने के प्रयास हुए हैं, लेकिन अब क्योंकि परिस्थितियों बदली हैं, अंधेरा छंटा है, सूरज निकला है और सूरज की रोशनी में नया कमल खिला है। मुझे लगता है कि अब बहुत बेहतर सब चीजें होने वाली हैं। कुछ अधिकारियों के दिशा की बैठक में न आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो अधिकारी आज की बैठक में नहीं आए, उनको लेकर कलेक्टर को कहा गया है, वो संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगे।
बैठक में पाली सांसद पीपी चौधरी, राज्य के कानून मंत्री जोगाराम पटेल, जोधपुर दक्षिण की महापौर वनिता सेठ, सूरसागर विधायक देवेन्द्र जोशी, जोधपुर शहर विधायक अतुल भंसाली, फलोदी विधायक पब्बाराम बिश्नोई, बिलाड़ा विधायक अर्जुनलाल गर्ग, भोपालगढ़ विधायक गीतादेवी बरवड़, जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।