सिडनी
ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टेस्ट सीरीज के लिए स्क्वॉड घोषित कर दिया है। वनडे-टेस्ट से रिटायरमेंट ले चुके डेविड वॉर्नर की जगह स्टीव स्मिथ टेस्ट में ओपनिंग करते नजर आएंगे। वह वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे टीम की कमान भी संभालेंगे।
स्मिथ जो कि नंबर-4 पर बल्लेबाजी करते थे, वह अब ऑस्ट्रेलिया के लिए ओपनिंग करेंगे. वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में स्मिथ ही उस्मान ख्वाजा के जोड़ीदार रहेंगे.
पाकिस्तान के खिलाफ हाल ही में संपन्न हुई टेस्ट सीरीज के साथ डेविड वॉर्नर ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया. उन्होंने जब से टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का एलान किया था, तब से उनके रिप्लेसमेंट की चर्चा थी. पिछले डेढ़ महीने में ऑस्ट्रेलिया के लिए अगले ओपनर को लेकर खूब चर्चा हुई और अब जब वेस्टइंडीज के लिए ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट स्क्वाड का एलान हुआ तो स्थिति साफ हो गई.
ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता जॉर्ज बैली ने 13 सदस्यीय टीम का एलान करते हुए कहा कि स्टीव स्मिथ अब ओपनिंग करेंगे. खुद स्टीव स्मिथ की भी यही इच्छा थी. वह सार्वजनिक तौर पर ऑस्ट्रेलिया का सलामी बल्लेबाज बनने की इच्छा जता चुके थे. टेस्ट के इस दिग्गज बल्लेबाज को जब यह नई भूमिका मिली तो उनके करियर प्रोफाइल में इसे एक और मोड़ माना जा रहा है.
लेग स्पिनर के तौर पर किया था डेब्यू
स्टीव स्मिथ का करियर ट्विस्ट और टर्न से भरपूर रहा है. यह जानकर हर किसी को हैरानी हो सकती है कि आज के दौर का यह बड़ा बल्लेबाज एक वक्त लेग स्पिनर था. स्मिथ ने बतौर लेग स्पिनर ही अपना करियर शुरू किया था. जुलाई 2010 में जब उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया था तो उन्हें लेग स्पिनर के तौर पर टीम में एंट्री मिली थी. उस मुकाबले में वह नंबर-8 पर बल्लेबाजी के लिए आए थे. कुछ टेस्ट मुकाबलों में इसी क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए उनका बैटिंग ऑर्डर धीरे-धीरे ऊपर जाता गया.
5 साल में स्पिनर से बन गए नंबर-1 बल्लेबाज
लेग स्पिन के साथ ही स्मिथ बल्ला भी अच्छा चलाते थे. यही कारण रहा कि टीम प्रबंधन ने उन्हें बैटिंग में प्रमोट करना शुरू किया. इसका नतीजा यह हुआ कि 5 साल के अंदर ही यह खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में नंबर-1 बल्लेबाजी रैंकिंग पर पहुंच गया. इस दौरान टीम में उन्हें एक स्पिन गेंदबाज के तौर पर नहीं बल्कि प्रमुख बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया जाने लगा. अब वह मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने लगे.
कप्तानी मिली और फिर बैन भी लगा
स्मिथ ने बल्लेबाजी में ऐसा दम दिखाया कि करियर के शुरुआती दिनों में ही उनकी तुलना महान टेस्ट क्रिकेटर्स से होने लगी. नतीजा यह हुआ कि उन्हें जल्द ही कंगारू टीम की कप्तानी भी मिल गई. अपनी कप्तानी में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को कई बड़ी सीरीज जीत दिलाई. साल 2018 में हुए बॉल टेंपरिंग केस के कारण उन्हें कप्तानी गंवानी पड़ी और सालभर का प्रतिबंध भी झेलना पड़ा. हालांकि 2019 में उन्होंने दमदार अंदाज में वापसी की और अपने करियर को आगे बढ़ाया.
अब करेंगे ओपनिंग
आज स्मिथ लेग स्पिन करते हुए बिल्कुल नहीं देखे जाते. वह अब केवल अपनी बल्लेबाजी पर ही फोकस करते हैं. टेस्ट में नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने वाला यह खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए रीढ़ की हड्डी बने हुए हैं. अब डेविड वॉर्नर के संन्यास के बाद वह अपनी टीम के लिए एक और नई भूमिका में नजर आने वाले हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि बतौर टेस्ट ओपनर वह कितना कामयाब रहते हैं.
विराट कोहली से बेहतर हैं टेस्ट आंकड़े
स्टीव स्मिथ अब तक 105 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. गेंदबाजी में उन्होंने 19 विकेट चटकाए लेकिन बल्लेबाजी में वह 9514 रन बना चुके हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 32 शतक दर्ज है. इनका बल्लेबाजी औसत (58) भी लाजवाब रहा है. टेस्ट क्रिकेट में रन, शतक और बैटिंग एवरेज में वह भारतीय दिग्गज विराट कोहली से बहुत आगे हैं.