जयपुर.
भाजपा को मंत्रिमंडल के गठन में देरी के ताने देने वाली कांग्रेस अब तक अपने नेता प्रतिपक्ष का नाम घोषित नहीं कर पाई। प्रदेश में 15 जनवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है। हालांकि इस सत्र में भजनलाल सरकार फुल बजट की जगह वोट ऑन अकाउंट ही लाएगी लेकिन इस सत्र से पहले कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान करना होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को कांग्रेस राजस्थान से बाहर की जिम्मेदारी देकर संकेत दे चुकी है कि इस नेता प्रतिपक्ष कोई और ही होगा। नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए फिलहाल तीन नाम सबसे आगे हैं। इनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, हिंडोली विधायक अशोक चांदना और अलवर ग्रामीण विधायक टीकाराम जूली के नाम शामिल हैं। इसमें सबसे मजबूत दावेदार पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा हो सकते हैं हालांकि उनके पास राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष का पद भी है लेकिन कांग्रेस में दोहरे पदों की परंपरा नई नहीं है। ये अलग बात है कि उदयपुर में कांग्रेस ने दोहरे पदों की व्यवस्था समाप्त करने की घोषणा की थी लेकिन हकीकत में ऐसा हुआ नहीं है।
दावेदारों में दूसरा नाम हिंडोली विधायक अशोक चांदना का है। चांदना तीन बार के विधायक हैं और यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी भी रहे हैं। तीसरा नाम पूर्व मंत्री और अलवर ग्रामीण विधायक टीकाराम जूली का है। जूली एससी वर्ग से हैं और लोकसभा चुनावों को देखते इनके नेता प्रतिपक्ष बनने की संभावना काफी ज्यादा है। इसके अलावा जूली भंवर जितेंद्र सिंह के कैंप से आते हैं और मौजूदा सियासी समीकरणों में भंवर जितेंद्र दिल्ली में काफी मजबूत नजर आ रहे हैं।