जयपुर.
राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में पुलिस महानिदेशकों (DGsP) और पुलिस महानिरीक्षकों (IGsP) के 58वें सम्मेलन के दूसरे दिन डेटा गर्वनेंस, साइबर अपराध और आतंकवाद पर चर्चा की जाएगी। गृह मंत्री ने नए कानूनों के सफल कार्यान्वयन के लिए SHO से लेकर पुलिस महानिदेशक स्तर तक प्रशिक्षण और थाने से पुलिस मुख्यालय (PHQ) स्तर तक तकनीक के अपग्रेडेशन की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने उभरती सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए डेटाबेस को जोड़ने और AI संचालित विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। पहले दिन की कांफ्रेंस में गृह मंत्री ने कहा था कि 2023 में देश अमृत काल में प्रवेश कर चुका है और नई शिक्षा नीति के निर्माण और ब्रिटिश युग के कानूनों की जगह तीन नए आपराधिक कानून के निर्माण की दो महत्वपूर्ण पहल पर जोर दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि नए कानून सजा देने की बजाय न्याय प्रदान करने पर केंद्रित हैं। इन कानूनों के लागू होने से हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली सबसे आधुनिक और वैज्ञानिक हो जाएगी।
IB अधिकारियों को पदक
इस दौरान शाह ने देश की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सुरक्षा बलों के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए आसूचना ब्यूरो (IB) के अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक वितरित किए और तीन सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशनों के लिए ट्रॉफियां प्रदान कीं थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कांफ्रेंस के पहले दिन का शुभारंभ किया था। राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में पुलिस महानिदेशकों (DGsP) और पुलिस महानिरीक्षकों (IGsP) के 58वें सम्मेलन का उद्घाटन किया गया था। यह सम्मेलन हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जा रहा है।
इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में आज डीजी-आईजी कांफ्रेंस के दूसरे दिन का आगाज होगा। इस दौरान डेटा गवर्नेंस, साइबर अपराध और आतंकवाद पर चर्चा की जाएगी। कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह शामिल होंगे। इस कांफ्रेंस में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के साथ-साथ केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख जयपुर में व्यक्तिगत रूप से भाग ले रहे हैं। वहीं, देश भर से विभिन्न रैंकों के 500 से अधिक पुलिस अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मेलन में भागीदारी कर रहे हैं।