नईदिल्ली
सोमालिया के पास एक जहाज को हाइजैक कर लिया गया है, जिसमें 15 भारतीय क्रू मेंबर सवार हैं. 'एमवी लीला नॉरफॉक' नाम के इस जहाज को सोमालिया की समुद्री सीमा के पास हाइजैक किया गया है. हाइजैकिंग की जानकारी मिलने के बाद भारतीय नौसेना एक्टिव हो गई है. नौसेना ने अपना एक युद्धपोत आईएनएस चेन्नई किडनैप किए गए जहाज की तरफ रवाना कर दिया है. नौसेना का कहना है कि हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.
भारतीय नौसेना के अधिकारियों के मुताबिक किडनैप किए गए जहाज 'एमवी लीला नॉरफॉक' की तलाशी के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है. इसके किडनैप होने के बारे में गुरुवार शाम को जानकारी मिली. सोमालिया के तट के पास अगवा किए गए इस जहाज पर लाइबेरिया का झंडा लगा है. भारतीय नौसेना के विमान जहाज पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. क्रू मेंबर के साथ कम्युनिकेशन स्थापित कर लिया गया है. सभी क्रू मेंबर जहाज के अंदर सुरक्षित हैं.
माल्टा के जहाज को रेस्क्यू कर चुकी है नौसेना
सोमालिया के पास किसी जहाज के हाईजैक होने की घटना नई नहीं है. हाल ही में सोमालिया में समुद्री लुटेरों ने अरब सागर में माल्टा के जहाज MV रुएन को हाईजैक कर लिया था. इस घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय नौसेना तुरंत एक्टिव हो गई थी. आननफानन में नेवी की ओर से एक युद्धपोत और समुद्री गश्ती विमान को अरब सागर भेजा गया था, जिसके बाद भारतीय नौसेना ने जहाज को रेस्क्यू करा लिया था.
नेवी के एयक्राफ्ट ने भरी थी जहाज के ऊपर उड़ान
माल्टा का जहाज कोरिया से तुर्की जा रहा था. इसी दौरान सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने उस पर अटैक कर दिया था. भारतीय नेवी की ओर से भेजे गए विमान ने 15 दिसंबर 2023 की सुबह हाईजैक हुए जहाज के ऊपर से उड़ान भरी थी.
अलर्ट मिलने के बाद एक्टिव हो गई थी नौसेना
दरअसल, नौसेना के समुद्री गश्ती विमान और अदान की खाड़ी में एंटी पायरेसी पेट्रोल को माल्टा के जहाज MV रुएन की ओर से एक अलर्ट मिला था. इसका पता लगते ही वहां तुरंत सहायता भेजी गई. अधिकारियों ने कहा था कि जहाज को हाईजैक करने की सूचना मिलते ही नौसेना ने घटना क्षेत्र में अपनी सहायता भेजी.
एंटी पायरेसी दल ने शुरू कर दी थी गश्ती
नौसेना ने कहा था कि हमारे विमान ने माल्टा के जहाज के ऊपर से फ्लाई किया. साथ ही हर गतिविधि पर नजर रखी गई. भारतीय नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय नौसेना ने अपने नौसैनिक समुद्री गश्ती विमान को क्षेत्र में निगरानी करने और अपने युद्धपोत को MV रुएन का पता लगाने और सहायता करने के लिए अदन की खाड़ी में एंटी पायरेसी पैट्रोल (समुद्री डकैती विरोधी गश्त) पर भेज दिया.