नई दिल्ली
अकसर भारत से प्रतिस्पर्धा और कई मामलों पर तल्ख राय रखने वाले चीन ने मोदी सरकार की तारीफ की है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के लेख में कहा गया है कि भारत वैश्विक कारोबार, संस्कृति, अर्थव्यवस्था और राजनीति के मामले में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। उसका दुनिया में कद बढ़ा है। फुदान यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर साउथ एशियन स्टडी के डायरेक्टर झांग जियादोंग ने यह लेख लिखा है। उन्होंने लिखा है, 'अपने तेज आर्थिक और सामाजिक विकास से भारत का आत्मविश्वास बढ़ा है। वह आज दुनिया में भरोसे के साथ आगे बढ़ रहा है और महत्वपूर्ण हो गया है। उसने पूरी मजबूती के साथ भारत नैरेटिव को आगे बढ़ाया है।'
दुनिया में लगातार आगे बढ़ रहे भारत का लोहा मानने वाले देशों की लंबी फेहरिस्त में अब चीन भी शामिल हो गया है। कुछ दिन पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ की थी। अब चीन ने भी भारत का लोहा मान लिया है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने हाल ही में प्रकाशित एक लेख में पीएम मोदी सरकार की तारीफ में कसीदें पढ़े हैं। ग्लोबल टाइम्स लिखता है कि पिछले 10 साल में भारत सरकार ने वैश्विक व्यापार, संस्कृति और राजनीति सहित तमाम मुद्दों पर बेहतर दृष्टिकोण अपनाया है।
भारत की नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ में लेख लिखने वाले चीन के फुडन यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर साउथ एशियन स्टडीज के निदेशक झांग जियाडोंग हैं। उन्होंने ग्लोबल टाइम्स में लिखा है, "अपने तेजी से आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ भारत खुद को विकसित करने में रणनीतिक रूप से अधिक आश्वस्त और सक्रिय हो गया है।" लेख के अनुसार, भारत अब रणनीतिक रूप से ज्यादा विश्वास से भरा हुआ है और अपने 'भारत नैरेटिव' के विकास के लिए ज्यादा सक्रियता से काम कर रहा है।
बेहतर परिणाम सामने आए
वो लिखते हैं, "मैंने हाल ही में दो बार भारत का दौरा किया, जो चार वर्षों में मेरी पहली यात्रा भी है। यात्रा के दौरान मैंने पाया कि भारत की घरेलू और विदेशी स्थिति चार साल पहले की तुलना में काफी बदल गई है। भारत ने आर्थिक विकास और सामाजिक शासन में उत्कृष्ट परिणाम हासिल किए हैं और इसकी महान शक्ति और रणनीति सपने से वास्तविकता की ओर बढ़ गई है। हालांकि, संभावित जोखिम और संकट भी सामने आने लगे हैं। एक ओर, भारत ने आर्थिक विकास और सामाजिक शासन में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। इसकी अर्थव्यवस्था ने गति पकड़ ली है और यह सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की राह पर है।"
शहरों ने तरक्की की
इस बीच, नई दिल्ली ने शहरी प्रशासन में उल्लेखनीय प्रगति की है। हालांकि शहर में धुंध अभी भी गंभीर है, लेकिन चार साल पहले विमान से उतरते ही जो आपको महसूस होता था, वह अब आम तौर पर नहीं है। इससे पता चलता है कि नई दिल्ली में सार्वजनिक माहौल कुछ बेहतर हुआ है।
निर्यात क्षमता बढ़ाने पर अधिक जोर
वो आगे लिखते हैं कि भारतीय प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान मैंने पाया कि चीनी विद्वानों के प्रति उनका रवैया अड़ियल होने के बजाय अधिक सहज और संयम से भरा था। उदाहरण के लिए, पहले चीन और भारत के बीच "व्यापार असंतुलन" पर चर्चा करते समय, भारतीय विद्वान मुख्य रूप से व्यापार असंतुलन को कम करने के लिए चीन के उपायों पर ध्यान केंद्रित करते थे। लेकिन अब वे भारत की निर्यात क्षमता बढ़ाने के उपायों पर अधिक जोर दे रहे हैं। भारत से चीनी आयात बढ़ाकर चीन के साथ व्यापार घाटे को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने सत्ता संभालते ही किया कमाल
जियाडोंग आगे लिखते हैं कि कूटनीतिक क्षेत्र में, भारत तेजी से एक महान शक्ति की ओर बढ़ रहा है। जब से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली है, उन्होंने अमेरिका, जापान, रूस और अन्य देशों और क्षेत्रीय संगठनों के साथ भारत के संबंधों को बढ़ावा देने की रणनीति पर जोर दिया है। अब, विदेश नीति में भारत की रणनीतिक सोच में एक और बदलाव आया है और वह स्पष्ट रूप से एक महान शक्ति होना दर्शाता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत
जियाडोंग के मुताबिक, रूस-यूक्रेन संघर्ष के संबंध में भारत ने खुद को पश्चिम से दूर किया और विकासशील देशों के साथ अधिक निकटता बढ़ाई। साथ ही, पश्चिम की नीतियों को खुद पर थोपने के बजाय उनसे बराबरी के संबंध बनाए रखे। साथ ही पश्चिमी देशों के भीतर गतिविधियों भी लगातार बढ़ाई हैं। बड़े पैमाने पर पीएम मोदी ने प्रवासी कार्यक्रमों में भाग लिया है।