जयपुर.
व्हिस्की ऑन व्हील्स के नाम पर ऑनलाइन शराब का धंधा कर रहे गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गैंग में शामिल 25 लोग 24X7 शराब की सप्लाई करते हैं। ये लोग 24 घंटे में तरकरीबन डेढ़ लाख तक की शराब सप्लाई कर देते हैं। पैसों के लेनदेन के लिए ऑनलाइन डिमांड और पेमेंट का सिस्टम गैंग ने बना रखा है। पूरा नेटवर्क डिजीटली काम कर रहा है। गैंग के सदस्य ना तो एक-दूसरे से मिल सकते हैं और ना ही कोई पूछताछ कर सकते हैं।
जवाहर सर्किल थाने के थानाधिकारी दलबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़ा गया आरोपी भवानीसिंह सीकर का रहने वाला है। उसे मंगलवार रात दो मोबाइल फोन, बाइक और करीब सात हजार रुपये कीमत की शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। आरोपी से पूछताछ में ही डोर टू डोर शराब की सप्लाई के बारे में जानकारी मिली है। दरअसल क्षेत्र में रात को शराब पीकर झगड़ा करने वालों के खिलाफ एक शिकायत मिली थी। पूछताछ करने पर ऑनलाइन घर पर ही शराब सप्लाई की बात सामने आई। इस पर पुलिस ने स्टिंग ऑपरेशन के तहत मालवीय नगर में एक स्थान पर शराब की सप्लाई करवाई और आरोपी को सप्लाई करते हुए वहीं गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से जब्त किए गए दो में से एक मोबाइल से पिछले आठ महीनों के दौरान शराब की खरीद की डिटेल्स मिली है। शराब सप्लाई की इस गैंग को संचालित करने में वैशाली नगर निवासी किसी भानुप्रताप का नाम सामने आया है। जवाहर सर्किल, मालवीय नगर, जगतपुरा इलाके में गैंग का नेटवर्क अजय मीणा संभालता है। ऑनलाइन शराब सप्लाई का नेटवर्क चलाने वाले भानुप्रताप का तीन महीने पहले जवाहर सर्किल इलाके में ही किसी अन्य गैंग के साथ झगड़ा भी हुआ था, जिसमें फायरिंग हुई थी।
कैसे होती है शराब की सप्लाई
गैंग से जुड़े सप्लायर्स व्हाट्स एप कॉल के जरिए शराब की खरीद-फरोख्त करते हैं। इनके ज्यादातर ग्राहक स्थाई हैं जो कीमती शराब मंगवाते हैं। डिमांड और पेमेंट दोनों के लिए ऑनलाइन व्यवस्था बनाई हुई है। व्हाट्स एप कॉल पर ऑर्डर मिलने के बाद सप्लायर घर बैठे शराब की सप्लाई कर देते हैं।
मोबाइल नंबर देकर बढ़ाया नेटवर्क
गैंग से जुड़े पॉश इलाकों में शराब की दुकानों से शराब खरीदने आने वाले लोगों को डोर टू डोर शराब सप्लाई करने की सुविधा के बारे में बताते हैं। बाद में फोन नंबर की अदला-बदली करके ग्राहक की पसंदीदा ब्रांड की जानकारी लेकर उसे सप्लाई के तरीके और ऑर्डर के बारे में बताते हैं।