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पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, विमुक्त एवं घुमन्तु वर्ग को योजनाओं का लाभ समय पर मिले

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पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, विमुक्त एवं घुमन्तु वर्ग को योजनाओं का लाभ समय पर मिले

राज्यमंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने मंत्रालय में किया कार्यभार ग्रहण

भोपाल

पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा है कि समाज के कमजोर वर्ग को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रयास हो कि समाज के पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु वर्गों को योजनाओं का लाभ समय पर पहुँचे। राज्यमंत्री श्रीमती गौर आज मंत्रालय में पदभार ग्रहण करने के बाद विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रही थीं। इस मौके पर प्रमुख सचिवअशोक वर्णवाल भी मौजूद थे।

राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि हमें प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी के मूल मंत्र 'सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास' को आत्मसात कर टीम भावना के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को तेज किये जाने की आवश्यकता है। राज्यमंत्री ने कहा कि विभाग को प्राप्त बजट का शत-प्रतिशत उपयोग हो। उन्होंने योजनाओं के मैदानी स्तर पर प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया।

बंजारा समुदाय के लिये सामुदायिक मंगल भवन

राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद बंजारा समुदाय के मांगलिक भवन के लिये 20 लाख रूपये की राशि दिये जाने की फाइल पर हस्ताक्षर कर मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु वर्गों का बेसलाइन सर्वे किये जाने की आवश्यकता है। सर्वे के बाद इन वर्गों को योजनाओं का प्रभावी ढंग से लाभ पहुँचाया जा सकेगा। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 94 जाति, उपजाति और अन्य वर्ग समूह पिछड़ा वर्ग के रूप में घोषित हैं। राज्य के 51 जिलों में 50 सीटर कन्या छात्रावास और 100 सीटर बालक छात्रावास संचालित हैं। जबलपुर एवं इंदौर में 500 सीटर कन्या छात्रावासों का संचालन भी किया जा रहा है। विभाग की अभिनव योजना में 60 प्रतिभागियों को केयर वर्कर और कन्सट्रक्शन सेक्टर में प्रशिक्षण दिलाया गया है। इनमें से 5 प्रतिक्षणार्थियों का चयन जापान स्थित निजी संस्थानों में हुआ है। बैठक में विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण, वक्फ बोर्ड मसाजिद कमेटी की योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। बैठक में विभागीय सचिवस्वतंत्र कुमार सिंह एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार प्रदर्शनी-2024 के लिए कलाकृतियाँ आमंत्रित

अंतिम तिथि 15 जनवरी 2024 निर्धारित

भोपाल

उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, भोपाल द्वारा मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार प्रदर्शनी-2024 का आयोजन किया जा रहा है। अकादमी द्वारा मध्यप्रदेश के ख्यातिलब्ध कलाकारों के नाम से स्थापित रूपंकर एवं ललित कलाओं के दस पुरस्कारों के लिए कलाकृतियाँ आमंत्रित की जा रही हैं। प्रत्येक पुरस्कार की राशि 51,000 निर्धारित है। प्रदर्शनी में तीन कलाकृतियाँ मान्य की जायेगी तथा 25 से 55 वर्ष तक की आयु के कलाकार भाग ले सकेंगे।

कलाकारों की मौलिक कलाकृतियाँ जो जनवरी 2022 के बाद सृजित हो मान्य की जायेगी। कला प्रदर्शनी की विवरणिका शासकीय ललित कला महाविद्यालय, जबलपुर, धार, खण्डवा, इंदौर, ग्वालियर, कालिदास अकादमी, उज्जैन, कलावीथिका-ग्वालियर, राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय- ग्वालियर तथा अकादमी कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। कलाकृतियाँ उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी, रवीन्द्रनाथ ठाकुर मार्ग, बाणगंगा चौराहा, भोपाल एवं ललित कला अकादमी, जबलपुर /ग्वालियर / इंदौर में 15 जनवरी, 2024 सायंकाल 5 बजे तक जमा होंगी। इसके पश्चात् प्राप्त होने वाली कलाकृतियाँ स्वीकार नहीं की जायेगी। अकादमी की वेबसाइट www.kalaacademymp.com/ या https://www.facebook.com/kalamitrabpl/ एवं अन्य माध्यम से डाउनलोड आवेदन विवरणिका की फोटो प्रतियों (ए4 साइज) भी प्रवेश पत्र के रूप में स्वीकार की जायेगी।