बेंगलुरु
कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में एक घर के अंदर एक ही परिवार के पांच सदस्यों के कंकाल पाए गए। रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि परिवार पूरी तरह से एकांत जीवन जी रहा था और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा था। पांचों को आखिरी बार जुलाई 2019 के आसपास देखा गया था। उनके आवास पर ताला लगा हुआ था। लगभग दो महीने पहले सुबह की सैर के दौरान स्थानीय लोगों ने देखा कि लकड़ी का मुख्य दरवाजा टूटा हुआ था। इसके बाद भी पुलिस को सूचित नहीं किया गया।
घटनास्थल की जांच के दौरान पुलिस को घर के अंदर कई जगहों पर तोड़फोड़ के संकेत मिले हैं। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची उन्हें एक कमरे में चार कंकाल (दो बिस्तर पर और दो फर्श पर) मिले। वहीं, एक अन्य कंकाल दूसरे कमरे में मिला। इस बीच, देवेंगेरे से फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) टीम और सीन ऑफ क्राइम ऑफिसर्स (एसओसीओ) को सबूत इकट्ठा करने के लिए बुलाया गया और घर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई। परिचितों, रिश्तेदारों और पारिवारिक इतिहास को देखते हुए इसमें एक अस्सी वर्षीय पति-पत्नी का कंकाल शामिल है। इसके अलावा उनके बेटे और बेटी के साथ पोते का कंकाल होने का शक है। हालांकि, मृतकों की पहचान की पुष्टि फोरेंसिक रिपोर्ट के बाद की जाएगी।
आंध्र प्रदेश में एक ही परिवार के चार लोगों ने आत्महत्या की
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक ही परिवार के चार सदस्यों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली, वहीं एक सदस्य अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना विशाखापट्टनम के अनाकापल्ले जिले की है। उसने बताया कि मृतकों की पहचान शिव रामकृष्ण (40), उनकी पत्नी माधवी (38) और दो बेटियों के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि उनकी तीसरी बेटी अस्पताल में भर्ती है। पुलिस को संदेह है कि परिवार ने आर्थिक तंगी की वजह से यह कदम उठाया। शुरुआती जांच से पता चला है कि रामकृष्ण गुंटूर जिले के तेनाली शहर का रहने वाला था और पेशे से सुनार था। वह कुछ साल पहले काम के सिलसिले में अनाकापल्ले शहर आया था और यहीं एक फ्लैट में अपने परिवार के साथ रहने लगा।