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दिल्ली नगर निगम की बैठक शुरू, भाजपा ने दवाई घोटाले के विरोध में किया हंगामा

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नई दिल्ली.

दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक शुरू हो गई है। भाजपा ने दवाई घोटाले के विरोध में हंगामा किया। मेयर ने नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह को हाउस की 3 बैठक से निलबिंत के आदेश दिए हैं। दवा घोटाले और अन्य मामले पर भाजपा पार्षदों में महापौर से जवाब मांगते हुए नारेबाजी शुरू की। आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी है। आप पार्षद सदन में प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।

बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों ने स्थायी समिति का गठन न होने और हाउस टैक्स में बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर दिल्ली नगर निगम (MCD) की बैठक को बाधित किया। दोनों विपक्षी पार्षदों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी। कांग्रेस पार्षदों ने आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं, जिन पर 'स्थायी समिति का गठन करो' और 'गृह कर वापस लो' जैसी मांगें लिखी हुई थीं। बीजेपी के पार्षदों ने दिल्ली में कुत्तों से खतरे का मुद्दा उठाया और शहर में कुत्तों के काटने की घटनाओं के संबंध में आंकड़े जारी करने की मांग की।

एमसीडी सदन की कार्यवाही को बुधवार को स्थगित कर दिया गया। बैठक शुरू होने के बाद पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। बीजेपी पार्षद हाथों में तख्तियां लेकर स्थायी समिति या वार्ड समिति बनाने की मांग की। कांग्रेस के पार्षदों ने भी हंगामा किया। बुधवार को जब कार्यवाही शुरू हुई तो मेयर शैली ने पक्ष विपक्ष के पार्षदों से निवेदन किया की सदन की कार्यवाही चलने दें क्योंकि दिल्ली की जनता ने जिन कामों के लिए चुनकर सदन में भेजा है उनमें अवरोध न हों। लेकिन एमसीडी सदन की बैठक शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस के पार्षदों ने भी स्थाई समिति और वार्ड कमिटी के गठन की मांग की।

जमकर हुआ सदन में हंगामा
हंगामा आप पार्षदों की किसी टिप्पणी के बाद शुरू हुआ था। एमसीडी सदन में हंगामा इतना बढ़ गया कि पार्षद मेयर की सीट पर जा पहुंचे। नाराज पार्षदों ने पेपर फाड़कर हवा में उड़ाए। उस वक्त मेयर अपनी सीट पर मौजूद नहीं थी। हंगामे के बाद कांग्रेस पार्षद मेयर दफ्तर के बाहर बैठ गए। हंगामा बढ़ने को लेकर दिल्ली पुलिस के जवान भी मौके पर पहुंच गए थे। कांग्रेस के पार्षद का कहना है कि जब तक इस मामले में आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले लोग सामने आकर माफी नहीं मांगते, तब तक हम ऐसे ही दफ्तर के बाहर बैठे रहेंगे। विरोध प्रदर्शन कर रहे पार्षदों ने कहा कि अगर माफी नहीं मांगी जाती तो अगला हाउस भी नहीं चलने देंगे।