पणजी
तिलारी सिंचाई परियोजना से उत्तरी गोवा को पानी की आपूर्ति लगभग 50 दिनों के अंतराल के बाद फिर से शुरू हो गई, क्योंकि इसका मुख्य द्वार, जो नियमित मरम्मत के लिए बंद था, बुधवार सुबह खोल दिया गया है। इसकी जानकारी जल संसाधन मंत्री सुभाष शिरोडक ने दी है। पीटीआई से बात करते हुए गोवा के जल संसाधन मंत्री सुभाष शिरोडकर ने कहा कि तिलारी सिंचाई परियोजना पर नियमित रखरखाव का काम 26 दिसंबर को खत्म हो गया था।
उन्होंने कहा, परियोजना का मुख्य द्वार बुधवार सुबह 5.40 बजे खोला गया, जिसके बाद नहरों में पानी बहना शुरू हो गया। पानी कल (गुरुवार) तक पोरवोरिम (पणजी के पास) पहुंच जाएगा। उत्तरी गोवा जिले की पेयजल आवश्यकताओं का ख्याल रखने वाली परियोजना को 8 नवंबर को रखरखाव के लिए बंद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि उसके बाद, तिलारी परियोजना के अस्थायी रूप से बंद होने के बाद उत्तरी गोवा जिले में पानी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए असनोरा संयंत्र से अतिरिक्त पानी पंप किया जा रहा था।
उन्होंने कहा, हालांकि यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए कि पानी की आपूर्ति निर्बाध रहे, लेकिन कुछ अवधि के दौरान पानी की कमी का सामना करना पड़ा। अब तिलारी परियोजना से जलापूर्ति शुरू होने से पानी की कमी दूर हो जायेगी।महाराष्ट्र सरकार ने अपनी नहर के तीन किलोमीटर लंबे हिस्से की मरम्मत की है, जबकि गोवा ने नौ किलोमीटर लंबे हिस्से में "नहर की लाइनिंग" का काम शुरू किया है।
शिरोडकर ने कहा, इसके बाद अगले 10 से 15 साल तक नहर की लाइनिंग का काम करने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। उन्होंने कहा कि तिलारी नहर बंद होने की स्थिति में पानी की कमी से बचने के लिए गोवा सरकार 250 करोड़ रुपये खर्च कर एक परियोजना पर काम कर रही है। शिरोडकर ने कहा कि इस परियोजना के एक हिस्से के रूप में नदी से 350 एमएलडी (प्रति दिन मिलियन लीटर) पानी उठाया जाएगा जिसमें महाराष्ट्र सीमा के पास उत्तरी गोवा के साल गांव में एक पंपिंग स्टेशन स्थापित किया जाएगा।