उज्जैन
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ मोहन यादव ने उज्जैन में सफाई के मामले पहले नंबर पर स्थान प्राप्त करने की अपील की है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की इस अपील के बाद से ही उज्जैन में साफ सफाई को लेकर तस्वीर बदलती दिखाई दे रही है. उज्जैन की सड़क सफाई के मामले में चकाचक हो गई है. इसके अलावा नगर निगम द्वारा सफाई को लेकर काफी गंभीरता दिखाई जा रही है.
धार्मिक नगरी उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर व्यावसायिक नगरी इंदौर को लगातार सफाई के मामले में पहला स्थान प्राप्त हो रहा है. पूरे देश में सफाई की रेटिंग के मामले में इंदौर लगातार अवार्ड हासिल कर रहा है.अब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उज्जैन को भी नंबर वन पर लाने की अपील की है.
मुख्यमंत्री की अपील का असर नगर निगम पर भी देखने को मिल रहा है. पहले नगर निगम का सफाई अभियान उतनी तेजी से नहीं चलता था जितनी तेजी से अब चल रहा है. नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह के मुताबिक सफाई को लेकर विशेष निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि उज्जैन नगर निगम भी स्वच्छता को लेकर कई अवार्ड जीत चुका है, मगर इस बार नंबर वन की दौड़ में उज्जैन अव्वल स्थान प्राप्त करना चाहता है. इसके लिए नगर निगम के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का गृह जिला होने की वजह से भी साफ सफाई को लेकर कर्मचारियों और अधिकारियों में अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है.
सफाई को लेकर बनाई ऐसी रणनीति
उज्जैन में सफाई को लेकर नगर निगम ने नई रणनीति के तहत काम करना शुरू कर दिया है. उज्जैन के अलग-अलग जॉन के अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा फोटो और वीडियो ग्राफी के माध्यम से साफ सफाई पर मॉनिटरिंग की जा रही है. वरिष्ठ पार्षद शिवेंद्र तिवारी के मुताबिक नगर निगम के जनप्रतिनिधि भी सफाई अभियान को लेकर काफी गंभीर है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पूरे शहर में असर दिख रहा है.
सीएम बनते ही उज्जैन में क्या कुछ बदला
उज्जैन के विधायक डॉ मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनते ही उज्जैन में काफी कुछ बदल गया है. उज्जैन में प्रमुख मार्गों पर साफ सफाई को लेकर काफी ध्यान दिया जा रहा है. इसके अलावा केंद्रीय लाइनिंग मार्ग के आसपास संकेतक आदि पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. इससे सुंदरता को चार चांद लग गए हैं. शहर के आंतरिक मार्ग में लगातार पैच वर्क भी चल र