नई दिल्ली
रेलवे स्टेशनों पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरों के साथ लगे 'सेल्फी बूथ' पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तंज कसा है। खरगे ने कहा कि ऐसे सेल्फी बूथ को स्थापित करना करदाताओं के पैसे की बर्बादी है। यहां विपक्षी राज्य मनरेगा फंड का इंतजार कर रहे हैं। सोशल मीडिया X (पू्र्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए खरगे ने कहा, 'मोदी सरकार द्वारा आत्म-मुग्ध प्रचार की कोई सीमा नहीं है'! उन्होंने कहा, 'रेलवे स्टेशनों पर मोदी 3डी सेल्फी पॉइंट स्थापित करके करदाताओं के पैसे की पूरी तरह से बर्बादी की जा रही है।'
कांग्रेस प्रमुख ने लगाया आरोप
कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि पहले, सशस्त्र बलों को प्रधानमंत्री के प्रमुख कट-आउट के साथ 822 ऐसे सेल्फी पॉइंट स्थापित करने का आदेश देकर देश के बहादुर सैनिकों के खून और बलिदान का राजनीतिक उपयोग किया गया था। मोदी सरकार ने राज्यों को सूखा और बाढ़ राहत नहीं दी है। विपक्ष शासित राज्यों की मनरेगा निधि भी लंबित है। लेकिन, वह इन चुनावी स्टंटों पर सार्वजनिक धन खर्च करने का दुस्साहस कर रहे है।' खरगे ने सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत प्राप्त उत्तर की एक प्रति भी साझा की, जिसमें मध्य रेलवे के तहत उन स्टेशनों को सूचीबद्ध किया गया है जहां अस्थायी और स्थायी सेल्फी बूथ स्थापित किए गए हैं।
आरटीआई के मुताबिक, कैटगरी 'ए' स्टेशनों के लिए अस्थायी सेल्फी बूथ की स्वीकृत लागत 1.25 लाख रुपये है। जबकि कैटेगरी 'सी'स्टेशनों के लिए स्थायी सेल्फी बूथ की स्थापना लागत 6.25 लाख रुपये है।