श्रीनगर.
पाकिस्तान में अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी को अभी तक चुनाव आयोग ने हरी झंडी नहीं दी है। उधर, लंदन में अज्ञातवास भोगने के बाद नवाज शरीफ की पाकिस्तान में री एंट्री हो चुकी है। नवाज पूरे पाकिस्तान में धुआंधार रैलियां कर रहे हैं। चुनावी विशेषज्ञों की भी राय है कि नवाज के एक बार फिर पाकिस्तान के नए वजीर-ए-आजम बनने के पूरे चांस हैं। खुद उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ भी जनता के बीच इस बात का डंका बजाते रहे हैं कि नवाज ही हैं, जो पाकिस्तान की मौजूदा दुर्दशा को संवार सकते हैं।
हालांकि कुछ स्थानीय पोल्स बता रहे हैं कि बिलावल भुट्टो और नवाज के बीच टक्कर देखने को मिल सकती है। इस बीच जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी बड़ी भविष्यवाणी कर दी है। उनका कहना है कि इमरान खान को छोड़िए, नवाज शरीफ पाकिस्तान के नए पीएम बनने वाले हैं। पाकिस्तान में खराब आर्थिक हालत के बीच लोकसभा चुनाव काफी चर्चा में हैं। संभव है कि अगले साल की शुरुआत में ही चुनाव हो जाएं। इस बार चुनाव में तीन पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इसमें लंदन से वापसी कर चुके नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N), बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पिपुल्स पार्टी (PPP) और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) शामिल हैं। पाकिस्तान में चुनाव से पहले जनता का मूड जानने के लिए जारी सर्वे में चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। लोगों की राय में इमरान खान के पीएम बनने के चांस बहुत कम हैं। वहीं, बिलावल भुट्टो जरदारी ने जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है। नवाज शरीफ और बिलावल में टक्कर देखने को मिल रही है।
नवाज के जीतने की भविष्यवाणी
पाकिस्तान में नवाज और बिलावल की पार्टियों में देखी जा रही कड़ी टक्कर के बीच जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने बड़ी भविष्यवाणी की है। एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ चुनाव जीतने जा रहे हैं। भारत के अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंधों की दुहाई देते हुए फारूक ने कहा कि इमरान खान को तो छोड़िए, नवाज शरीफ पाकिस्तान के नए पीएम बनने जा रहे हैं। नवाज ने कई बार भारत के साथ अच्छे संबंधों की पहल की है। लेकिन, हम ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं। हमे भी आगे बढ़कर अपने पड़ोसियों का स्वागत करना चाहिए, क्योंकि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई अक्सर कहते थे- दोस्त बदले जा सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं।
इमरान पर लटकी चुनाव आयोग की तलवार
इमरान खान इनदिनों तोशखाना औऱ साइफर केस में दोषी हैं और जेल की हवा खा रहे हैं। चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी के चिह्न को अभी फ्रीज किया है। उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ेगी भी या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है। अगर उनकी पार्टी को हरी झंडी नहीं मिलती है तो यह इमरान के लिए बड़ी मुश्किल पैदा कर सकती है।