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कड़ाके की ठंड में पति का Torture, पत्नी और 4 दिन के बेटे को खुले में सुलाया, बच्चे की मौत

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फिल्लौर
नाबालिग साली से शादी रचाने के लिए पत्नी को मजबूर करने वाले हैवानीयत में अंधे पति ने अपनी पत्नी और 4 दिन के नवजन्में मासुम बच्चे को 5 डिग्री टैंमपरेचर में बिनां किसी कपड़े के पूरी रात खुले आसमान के नीचे सुलाया। प्रातः होते बच्चे की मौत हो गई मां की हालत नाजुक, सुबह पीड़ित महिला के भाई ने घर पहुंच बहन की नाजुक हालत देख 108 एुबंलैंस को बुलाया जब नहीं आई तो भाई जुगाड़ू रेहड़े पर 16 किलोमीटर का सफर तय कर बहन को ईलाज के लिए सिवल अस्पताल ले कर आया।

पत्रकारों को जानकारी देते हुए पीड़ित महिला की बहन कमलेश और भाई अजय ने बताया कि वह नजदीकी गांव समराड़ी के रहने वाले है। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उनकी बहन संगीता की शादी जीतू वासी गांव चक्क साबू से हुई जब उसकी बहन गर्भवती हो गई तो उसका पति जीतू उसे कहने लग पड़ा की वह उसकी शादी अपनी छोटी नाबालिग बहन से करवा दे वह दोनों बहनों को अच्छे से रखेगा। पत्नी जब नहीं मांनी तो वह आए दिन उस से मारपीट करने लग पड़ा। उसने कहा इसमें जीतू का साथ उसका रिश्ते में लगता भाई इंद्रपाल और उसकी पत्नी रीना भी दे रहे थे जो उसे अपने पति की बात मानने के लिए जोर देते थे। गत सप्ताह उसकी बहन ने लड़के को जन्म दिया मां बेटा दोनों स्वस्थ थे उसकी बहन को लगा कि लड़का होने की खुशी में अब उसका पति अपनी गल्त आदतें छोड़ देगा पर ऐसा हुआ नहीं। गत दिवस रात्रि को फिर से उसने उनकी बहन के आगे वही शादी करवाने की शर्त रखी। जब उसकी बहन नहीं मानी तो उसने अपनी पत्नी और 4 दिन के मासुम बच्चे को जब बाहर कड़ाके की सर्दी पड़ रही थी घने कोहरे के चलते रात का टैमपरेचर 5 ड्रिगी पर पहुंचा हुआ था तो उसने मां और मासुम बच्चे को बिनां किसी गर्म कपड़े के खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर किया। जिस से मां और बेटे की तब्यित बिगड़ गई।

पूरी रात मां अपने मासुम बच्चे को सर्दी से बचाने के लिए छाती से लगा कर उसे गर्माहट देने कीे कोशिश में लगी रही जब कड़ाके की सर्दी के आगे मां को हौंसला भी जवाब दे गया तो वह बेसुध हो गई उसे पता ही नहीं चला कि सर्दी में रो रहा बच्चा कब खोमोश हो गया और उसने दम तोड़ दिया।  प्रातः जब पीड़िता का भाई अजय अपनी बहन से मिलने उसके घर पहुंचा तो बहन की नाजुक हालत देख वह दंग रह गया क्योंकि रात्रि को वह बिल्कुल स्वस्थ अपनी बहन कमलेश से बातें कर रही थी। उसके चेहरे का रंग सर्दी के चलते नीला पड़ चुका था। बहन को ईलाज के लिए हस्पताल ले जाने के लिए अजय ने कई बार 108 एंबुलैंस को बुलाने के लिए फोन किया जब उसे वहां से कोई जवाब नहीं मिला तो वह अपनी बहन को जुगाड़ू रेहड़े पर डाल कर 16 किलोमीटर का सफर तय कर सिवल हस्पताल फिल्लौर ले आया। जहां डाक्टरों ने उसकी खराब हालत देख उसे शाम को सिवल हस्पताल जालंधर रैफर कर दिया।

हैवान पिता मासुम बच्चे को दफना कर घर से हुआ फरार
शिकायतकर्ता कमलेश रानी ने बताया कि जब उसका भाई अपनी बहन को ईलाज के लिए अस्पताल ले जाने के लिए जदोजहद कर रहा था और दुसरी तरफ हैवान पिता अपने साबुत मिटाने में लगा हुआ था। उसने अपने मासुम बच्चे को शमशानघाट में दफना कर खुद अपने रिश्तेदार इंद्रपाल और उसकी पत्नी रीना के साथ तीनों मिल कर फरार हो गए। उन्होंने कहा दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके इस लिए प्रशासन बच्चे को कबर से निकलवा कर उसका पोस्टमार्टम करवा कर पूरी सच्चाई सामने लाएं।

पुलिस ने कहा जांच शुरू कर दी है जो भी दोषी पाया गया कड़ी कारवाई करेंगे
जब इस संबंध में अपरा पुलिस चौंकी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है, जो कोई भी दोषी पाया गया उसके विरूद्ध कड़ी कारवाई की जाएगी।