नई दिल्ली
देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट JN.1 की दस्तक ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। अलग-अलग राज्यों में इसे लेकर सतर्कता बरतने से जुड़े निर्देश जारी हुए हैं। केरल, कर्नाटक और पंजाब की सरकार ने भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना जरूरी कर दिया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि 24 दिसंबर तक देश में जेएन.1 के कुल 63 केस मिले हैं। नए वैरिएंट के सबसे अधिक मामले गोवा से सामने आए हैं जहां इसकी संख्या 34 है। इसके अलावा, महाराष्ट्र से 9, कर्नाटक से 8, केरल से 6, तमिलनाडु से 4 और तेलंगाना से 2 केस रिपोर्ट हुए हैं।
महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना संक्रमण के 50 नए मामले सामने आए। राज्य में महामारी फैलने के बाद से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 81,72,135 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में कहा गया कि नए मामलों में से 9 जेएन.1 वैरिएंट से जुड़े हैं। जेएन.1 रोगियों में ठाणे शहर के 5, पुणे शहर के 2, पुणे जिले, अकोला शहर और सिंधुदुर्ग जिले के ग्रामीण इलाकों का एक-एक रोगी शामिल हैं। पुणे के एक मरीज ने अमेरिका की यात्रा की थी। बुलेटिन में कहा गया कि JN.1 के सभी रोगी संक्रमण से उबर चुके हैं। इस समय कोई भी इससे संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है।
जेएन.1 पर नजर रखने को लेकर दिल्ली में भी चौकसी
दिल्ली सरकार ने जेएन.1 पर नजर रखने के साथ ही जांच बढ़ाने की योजना बनाई है। त्योहारी सीजन के बीच कोविड मामलों में बढ़ोतरी के साथ नया खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में दिल्ली में डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने, भीड़-भाड़ से बचने और स्वस्थ आहार लेने की सलाह दी है। मालूम हो कि ओमीक्रॉन कोविड महामारी की विनाशकारी तीसरी लहर से 2022 की शुरुआत में दिल्ली में संक्रमणों में रिकॉर्ड वृद्धि हुई थी। डेल्टा वैरिएंट वाली दूसरी लहर ने अन्य स्थानों की तरह राष्ट्रीय राजधानी में भी 2021 में कहर बरपाया था। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर बेड और अन्य आवश्यकताओं की फिर से समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोविड जेएन.1 संक्रामक है लेकिन हल्का है। उन्होंने कहा कि शहर सरकार इस मुद्दे से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क है।