नई दिल्ली.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसद में हुई सुरक्षा चूक को भाजपा से जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि संसद में दो लोग घुस आए तो भाजपा के सांसद भाग निकले। ये लोग खुद को राष्ट्रवादी कहते हैं, लेकिन हमने देखा कि वे लोग कैसे डर गए। राहुल गांधी ने कहा कि वो लोग गैस लेकर संसद में चले आए तो कुछ और भी ला सकते थे। राहुल गांधी ने कहा कि मीडिया में कभी जरूरी मुद्दे नहीं उठते हैं। हमारे सांसदों के निलंबन की चर्चा नहीं होती है, लेकिन यह बात जरूर होती है कि राहुल गांधी ने मिमिक्री का वीडियो बना लिया।
यही नहीं राहुल गांधी ने संसद की सुरक्षा चूक को बेरोजगारी से भी जोड़ा। उन्होंने कहा, 'यह सुरक्षा चूक का मसला तो है, लेकिन यह भी सोचने की बात है कि उन लोगों ने ऐसा क्यों किया। मैं एक सर्वे कराया कि हिन्दुस्तान के युवा दिन में कितने घंटे इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि पर रहते हैं। इस सर्वे से पता चला कि देश के युवा साढ़े 7 घंटे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और फोन पर अन्य चीजों में रहते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार में हिन्दुस्तान का युवा साढ़े 7 घंटे सेलफोन पर बैठा है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि नरेंद्र मोदी ने उन लोगों को रोजगार नहीं दिया है।
राहुल गांधी ने जंतर-मंतर पर संसद से निलंबित 146 सांसदों के धरने के दौरान ये बातें कहीं। इस दौरान एनसीपी के मुखिया शरद पवार और लेफ्ट के सीताराम येचुरी भी मौजूद थे। शरद पवार ने इस मौके पर कहा, 'मैं इतना ही कहना चाहता हूं कि संसद पर अटैक हुआ और उसकी कीमत 146 सांसद निलंबित होकर चुका रहे हैं। हमारे देश में किसानों की हालत खराब हैं। गरीब परेशान हैं और भाजपा के शासन में बेरोजगारी चरम पर है।' शरद पवार ने कहा कि इस संकट के दौर में हमें एकजुट होकर लड़ना होगा। वहीं सीताराम येचुरी ने तो यहां तक कहा कि यदि भाजपा अगले चुनाव में भी जीत जाती है तो वह संसद को ही खत्म करा देगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का कत्ल किया जा रहा है। आज तक किसी ने एक साथ इतने लोगों के निलंबन की बात नहीं सुनी होगी। येचुरी ने कहा कि अस्तित्व के लिए संकट की स्थिति है और इसीलिए INDIA अलायंस यहां जुटा है। 140 सांसदों का निलंबन करके लोकतंत्र की कमर ही तोड़ने की कोशिश की गई है। अमृत काल भले ही चल रहा है, लेकिन अमृत कलश में जहर डाल दिया गया है और ये गलत हाथों में है।