जयपुर
राजस्थान में एक महिला के आरोपों ने सनसनी मचा दी है। महिला ने बुधवार रात बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन, आरपीएस अधिकारी आनंद सिंह राजपुरोहित समेत 9 लोगों के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया है। महिला ने दावा किया है कि ना सिर्फ उसके साथ हैवानियत की गई बल्कि उसकी बेटी से भी छेड़छाड़ हुई और उसकी एक नाबालिग दोस्त को भी शिकार बनाया गया। पीड़िता का कहना है कि विधायक का एक जानकार उसके साथ 5 साल से रेप कर रहा था और उसी ने फिर उसे विधायक को सौंपा।
पुलिस ने कहा कि जोधपुर में राजीव गांधी नगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। आरोपियों में दो पुलिस अधिकारी एसएचओ गंगाराम खावा और सब इंस्पेक्टर दौड़ खान, प्रधान गिरधारी सिंह सोढ़ा भी शामिल हैं। एफआईआर की पुष्टि करते हुए एसएचओ शकील अहमद ने कहा कि जैन और अन्य 8 के खिलाफ गैंगरेप और धमकाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने कहा, 'पीड़िता ने आरोप लगाया कि जैन 2021 से उसके साथ रेप कर रहे हैं, जबकि एक आरोपी राम स्वरूप 5 साल से हवस का शिकार बना रहा था। उसी ने पूर्व विधायक से भी मिलवाया।'
महिला का आरोप है कि 5 साल पहले उसके पिता बीमार थे। तब वह रामस्वरूप के संपर्क में आई जिसने उसे मदद का भरोसा दिया था। महिला ने कहा, 'उसने परिस्थिति का फायदा उठाया। मेरे साथ रेप किया और इसकी रिकॉर्डिंग कर ली। इसके बाद वह मुझे धमकी देकर शोषण करता रहा।' पीड़िता का कहना है कि बाद में राम स्वरूप ने 2021 में उसे तब के विधायक जैन से मिलवाया। उसने कहा, 'मेरे फ्लैट पर मेवराम और राम स्वरूप ने रेप किया और तब से ऐसा करते रहे हैं। मेरी बेटी के साथ छेड़छाड़ किया। उसकी एक दोस्त से भी रेप किया और दूसरी महिलाओं को लाने का भी दबाव डालते थे।' पीड़िता का दावा है कि पुलिस अधिकारियों और अन्य आरोपियों ने उस पर दबाव डाला कि वह किसी को ना बताए और ब्लैंक पेपर पर साइन भी कराया।
रामस्वरूप ने नवंबर 2022 में दो महिलाओं समेत पांच लोगों पर सेक्सटॉर्शन और 50 लाख रुपए मागे जाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मेवाराम जैन कांग्रेस के टिकट पर तीन बार के विधायक रहे हैं। हालांकि, पिछले चुनाव में वह भाजपा की बागी प्रियंका चौधरी से हार गए। वह गौसेवा आयोग के चेयरमैन भी रहे हैं। पिछले साल जैन की कुछ अश्लील तस्वीरें/सीडी भी सामने आई थी जिसे उन्होंने फऱ्जी बताया था और कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया था। बाद में जब पता चला कि इस केस में 5 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है तो ईडी ने भी केस दर्ज किया था।