पिथौरागढ़
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में सड़कों पर जमने वाली बर्फ से छुटकारा पाने के लिए पीडब्ल्यूडी ने चूना पाउडर और नमक के मिश्रण का छिड़काव शुरू किया है. अधिकारियों ने बताया कि पिछले दिन एक सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की जान चली जाने के बाद यह कदम उठाया गया है. उनकी कार बर्फ के कारण पटेला मोड़ के पास सड़क से फिसल गई और गहरी खाई में गिर गई थी. इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों में पिता-पुत्र के अलावा उनके परिवार का एक और सदस्य शामिल था.
पिथौरागढ़ की जिला मजिस्ट्रेट रीना जोशी ने कहा, 'लोक निर्माण विभाग (PWD), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा विकसित सभी सड़कों पर चूना पाउडर और नमक का मिश्रण फैलाया जा रहा है, जो बर्फ को पिघलाने में मदद करता है. हमने 17 नवंबर को ही इन एजेंसियों को आदेश जारी कर दिया था, जिसमें उन्हें सड़कों पर साइनबोर्ड लगाने, चूना और नमक फैलाने और पिथौरागढ़ जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को काम की जानकारी देने के लिए कहा गया था'.
पीडब्ल्यूडी, NHAI और BRO को सड़कों पर छिड़काव का निर्देश
पिथौरागढ़ की जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, 'इन सभी सड़क निर्माण और रखरखाव एजेंसियों को पहले के आदेशों की याद दिला दी गई है और ठंढ के कारण आगे की सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए तत्परता से कार्य करने के लिए कहा गया है'. पिथौरागढ के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेन्द्र सिंह महर ने कहा, 'बीआरओ द्वारा ठंढ से प्रभावित सड़कों के एंट्री पॉइंट पर साइनबोर्ड लगाए गए हैं, जिसने बर्फ को पिघलाने में मदद के लिए चूना पाउडर और नमक फैलाना भी शुरू कर दिया है'.
भूपेन्द्र सिंह महर ने कहा, 'सड़कों पर बर्फ न जमने पाए, इसके लिए सड़क निर्माण व रखरखाव एजेंसियों को हर दो दिन में चूना पाउडर और लाइम मिक्चर डालना होगा'. बीआरओ धारचूला-पिथौरागढ़ सड़क का रखरखाव करता है जिस पर बुधवार को दुर्घटना हुई. एनएचएआई पिथौरागढ़ से घाट तक की सड़क की देखभाल करता है. बता दें कि सर्दियों के मौसम में ज्यादा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सड़कों पर बर्फ जमने लगती है, जिससे फिसलन बढ़ जाती है. ऐसी स्थिति में गाड़ियों के टायर का ग्रिप सड़क पर बन नहीं पाता. गाड़ियां स्किड करने लगती हैं.