पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान तीन निर्वाचन क्षेत्रों से लड़ेंगे चुनाव
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान तीन क्षेत्रों से लड़ेंगे चुनाव, PTI ने की घोषणा
इस्लामाबाद
पाकिस्तान में फरवरी में होने वाले आम चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान तीन निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे। ज्ञात रहे कि पीपीपी प्रमुख इमरान खान रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।
पीटीआई अध्यक्ष गौहर खान ने कहा कि पूर्व पीएम लाहौर, इस्लामाबाद और मियांवाली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने तोशखाना मामले के फैसले के बाद इमरान खान को पांच साल के लिए चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था। तोशाखाना मामले में एक निचली कोर्ट ने पांच अगस्त को इमरान को दोषी ठहराया था। यह मामला निर्वाचन आयोग ने दायर किया था। हालांकि, बाद में इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उनकी तीन साल की सजा को निलंबित कर दिया। लेकिन वह फिलहाल कई अन्य मामलों में जेल में बंद हैं।
इमरान की दोषसिद्धि को अब तक रद्द नहीं किया गया है। परिणामस्वरूप वह किसी भी सार्वजनिक पद के लिए अयोग्य हो गए हैं। पीटीआई के सांसद अली जफर ने कहा कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट तोशाखाना मामले में दोषसिद्धि को चुनौती देने वाली इमरान की याचिका पर अपना फैसला जल्द सुना सकता है, क्योंकि चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया गया है।
अली जफर ने कहा कि हाई कोर्ट पीटीआई की याचिका पर अपना फैसला सुनाएगा, जिसमें तोशाखाना मामले में पूर्व पीएम की सजा को निलंबित करने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने पीटीआई कार्यकर्ताओं से आगामी चुनावों के लिए अपना नामांकन पत्र जमा करने का आग्रह किया और कहा कि पार्टी चुनाव लड़ने के लिए टिकट के लिए जेल में बंद सदस्यों को प्राथमिकता देगी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में अगले साल 8 फरवरी को चुनाव होने हैं। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने 8 अगस्त को तोशाखाना केस में फैसला आने के बाद इमरान खान को किसी भी सार्वजनिक पद पर रहने के लिए पांच साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था।
युद्ध विराम के कयासों के बीच नेतन्याहू का एलान- हमास के खात्मा होने तक नहीं रुकेगा युद्ध
यरुशलम
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खात्मे तक गाजा में कोई युद्ध विराम नहीं होगा। वहीं हमास प्रमुख इस्माइल हानिया ने मिस्र का दौरा किया। जबकि अमेरिका सहित यूरोपीय देश लगातार इजराइल पर युद्ध विराम का दबाव बना रहे हैं। ज्ञात रहे कि हमास युद्ध में अब तक 19,667 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, हम तब तक लड़ना बंद नहीं करेंगे जब तक हम अपने निर्धारित सभी उद्देश्यों को हासिल नहीं कर लेते। बता दें कि इजराइल के तीन उद्देश्यों में हमास का खात्मा, हमास के कब्जे में फंसे बंधकों की रिहाई शामिल है। नेतन्याहू ने कहा कि इजराइली सेना गाजा में हर जगह हमास के आतंकवादियों पर हमला कर रही है। नेतन्याहू ने आगे कहा,जो कोई सोचता है कि हम रुक जाएंगे, वह सच्चाई से दूर है।
इजराइल के कुछ सहयोगियों फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने युद्धविराम के लिए दबाव बढ़ा दिया है। अमेरिका नागरिकों की मौत पर चिंता जताते हुए इजराइल से लगातार सटीक कार्रवाई करने को कह रहा है। वहीं, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि जब तक हमास बचे हुए 129 बंधकों को रिहा नहीं कर देता, युद्ध बंद नहीं हो सकता।
हालांकि इजरायली राष्ट्रपति इसाक हर्जोग ने संकेत दिए कि उनका देश विदेशी मध्यस्थता में मानवीय युद्ध विराम के लिए तैयार हो सकता है ताकि हमास के कब्जे वाले शेष बंधकों की रिहाई हो सके और मानवीय मदद गाजा पहुंच सके। इन बंधकों में आठ अमेरिकी नागरिक भी हैं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधान न्यायाधीश के आवास पर ग्रेनेड से हमला, दो पुलिसकर्मी घायल
लाहौर
लाहौर में पाकिस्तान के पूर्व प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार के आवास पर ग्रेनेड से हमला हुआ, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
निसार ने एक बताया, मैं और मेरे परिवार के सदस्य बैठक कक्ष में बैठे थे तभी मेरे घर में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ। जब मैं गैराज में पहुंचा तो वहां तैनात दो पुलिसकर्मी घायल अवस्था में पड़े थे। उन्होंने मुझे बताया कि अज्ञात लोग गैराज में ग्रेनेड फेंककर भाग गए।
साकिब निसार ने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें संदेह है कि इस हमले के जरिए उन्हें कोई गंभीर संदेश देने की कोशिश की गई है। पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस मौके पर पहुंचकर घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ब्रिटेन में स्व-निर्वासन में चार साल बिताने के बाद अक्टूबर में लाहौर आए। वह 2017 में उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए पूर्व सीजेपी पर लगातार निशाना साध रहे हैं। पूर्व सीजेपी निसार की अगुवाई वाली उच्चतम न्यायालय की पीठ ने 2017 में पनामा पेपर मामले में नवाज को अयोग्य घोषित कर दिया था।