अंबिकापुर.
उत्त्तरी छत्तीसगढ़ के मौसम में एक बार फिर से बदलाव शुरू होने से आसमान में ऊपरी स्तर के बादल छाने लगे हैं। यह पश्चिमी विक्षोभ के आने का संकेत है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन चार दिनों तक बादलों की आवाजाही रहेगी। घने बादल भी छा सकते हैं। इससे न्यूनतम तापमान बढ़ने व दिन तापमान में कुछ गिरावट की संभावना है। इसका असर गुरुवार से दिखने लगा है। सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए हैं।
अंबिकापुर में लगभग डेढ़ डिग्री की बढ़ोतरी के बाद न्यूनतम तापमान सात डिग्री के आसपास पहुंच गया है। अभी इसमें और वृद्धि की संभावना है। पिछले 10 दिनों से उत्त्तरी छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान पांच से छह डिग्री के आसपास बना हुआ है। लोग दिन में भी सर्दी से बेहाल हैं। उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के कारण यहां के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। क्षेत्र के मैनपाट और सामरी पाठ इलाके में भी जमकर सर्दी पड़ रही है। इन दोनों इलाकों में तापमान तीन से चार डिग्री के आसपास से बना हुआ है। कड़ाके की ठंड के बीच अब एक बार फिर से मौसम में बदलाव होने लगा है। गुरुवार को आसमान में ऊपरी स्तर के बादल छाए रहे। मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार एक नया पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जो वर्तमान में अफगानिस्तान के आसपास बना हुआ है। यह धीरे-धीरे आगे बढ़कर जम्मू कश्मीर से भारत में प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से उत्त्तरी छत्तीसगढ़ में अगले तीन-चार दिनों तक बादल छाए रहेंगे। एक दो दिनों के बाद घने बादल भी छा सकते हैं। इससे न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होगी लेकिन बादल छाए रहने के कारण दिन का तापमान कुछ गिर सकता है।
विक्षोभ के बाद फिर पड़ेगी कड़ाके की ठंड
दिसंबर के अंतिम पखवाड़े में सरगुजा सहित आसपास के इलाकों में जमकर ठंड पड़ रही है। कुछ दिनों पहले तूफान और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कई इलाकों में वर्षा हुई थी। इसके बाद शीत लहर चलने से तापमान में तगड़ी गिरावट हुई। न्यूनतम तापमान काफी नीचे आ गया। अब एक बार फिर से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है इससे कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी तो होगी लेकिन जैसे ही विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होगा, उत्तर दिशा से सर्द हवा का प्रवाह फिर से शुरू होगा और कड़ाके की ठंड
पड़ेगी। मौसम विभाग का मानना है कि तापमान इस बार पांच डिग्री से नीचे भी जा सकता है।
मौसम में इस तरह बदलाव लाता है विक्षोभ
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ मौसम में काफी बदलाव लाता है। जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होना शुरू होता है वातावरण में तापमान कुछ बढ़ जाता है। इसके सक्रिय होने के बाद विक्षोभ की दिशा के आगे-आगे बादल बारिश शुरू हो जाती है। जैसे ही विक्षोभ का असर समाप्त होता है, उसके पीछे से शीत लहर, कोहरा और कहीं-कहीं बर्फबारी भी होने लगती है। यानी विक्षोभ के पहले बादल छाने से तापमान कुछ बढ़ जाता है और जैसे ही इसका असर समाप्त होता है तापमान में तगड़ी गिरावट होती है।
अंबिकापुर में एक सप्ताह ऐसा रहा तापमान
दिनांक तापमान
15 दिसंबर 6.1 डिग्री
16 दिसंबर 6.2 डिग्री
17 दिसंबर 6.3 डिग्री
18 दिसंबर 6.5 डिग्री
19 दिसंबर 5.3 डिग्री
20 दिसंबर 5.2 डिग्री
21 दिसंबर 6.9 डिग्री