चंडीगढ़
देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की थी। एडवाइजरी में कहा गया था कि अगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ एहतियाती कदम उठाना जरूरी है। इसी कड़ी में अब सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को लेकर एडवायजरी जारी की है। कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है औऱ एक तरह से चंडीगढ़ में मास्क की वापसी हुई है। प्रशासन ने लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाके में मास्क पहनने की सलाह दी है। साथ ही कहा कि लोग भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
अस्पताल में भी मास्क जरूरी
अस्पताल जाने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है। जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि बुखार-जुकाम और सांस लेने में तकलीफ जैसे सिम्टम्स आने के बाद तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे तुरंत 7 दिन के लिए खुद को आइसोलेट करना होगा। प्रशासन ने लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाके में मास्क पहनने की सलाह दी है।
कोरोना की फिर वापसी
पिछले 24 घंटे की बात करें तो आठ महीने बाद गाजियाबाद में कोरोना का फिर केस सामने आ गया है, इसी तरह कई महीनों बाद राजधानी में दिल्ली में भी 3 मामले दर्ज किए गए हैं। गाजियाबाद में तो बीजेपी पार्षद अमित त्यागी संक्रमित हुए हैं तो वहीं दिल्ली में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। सबसे ज्यादा मुस्तैदी इस समय चंडीगढ़ में देखने को मिल रही है जहां पर मास्क की वापसी हो चुकी है, वहां सोशल डिस्टेंसिंग का भी जिक्र कर दिया गया है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे भीड़-भाड़ वाले इलाके में ना जाएं।
चंडीगढ़ में मास्क और क्वारंटीन
बड़ी बात ये है कि अगर चंडीगढ़ में कोई कोविड संक्रमित पाया जाता है तो उसे सात दिनों के लिए क्वारंटीन कर दिया जाएगा। इसके ऊपर अस्पताल जाते वक्त भी मुंह पर मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में चंडीगढ़ में तो प्रशासन अभी से ही पूरी तरह एक्शन मोड में दिखाई दे रहा है। बेंगलुरु में भी इस समय सरकार अलर्ट हो गई है, वहां पर एक 64 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना की वजह से मौत हो गई। सामने ये बात आई है कि मृतक कई दूसरी गंभीर बीमारियों से भी जूझ रहा था। लेकिन पॉजिटिविटी रेट समझने के लिए बेंगलुरु में आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
नए वैरिएंट की क्या जानकारी?
अब कोरोना के मामले तो बढ़ ही रहे हैं, उसके नए वैरिएंट जेएन 1 ने भी सभी को परेशान कर रखा है। इस समय गोवा में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, केरल में वहीं कुछ मौतें देखने को मिली हैं। वर्तमान में गोवा में नए वैरिएंट के 19 केस दर्ज हुए हैं, वहीं केरल और महाराष्ट्र में एक-एक मामले की पुष्टि हो चुकी है। कुछ और राज्य भी हैं जो अब अलर्ट हैं, वहां भी इस नए वैरिएंट के पहुंचने की आशंका है।
इन बढ़ते मामलों और नए वैरिएंट पर नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने जोर देकर कहा है कि अभी इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उनके मुताबिक वैज्ञानिक इस नए वैरिएंट पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और राज्यों को भी तैयार रहने के लिए कह दिया गया है। इस समय सारी प्राथमिकता प्रणालियों को मजबूत करने पर दी जा रही हैं। वैसे यहां ये समझना जरूरी है कि इस नए वैरिएंट से मौतें ज्यादा नहीं हो रही हैं, लेकिन दूसरे वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है।
गुरुग्राम में स्वास्थ्य विभाग ने नहीं जारी की कोई एडवाइजरी
कोरोना के नए वेरिएंट के लिए अभी स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई एडवाइजरी अभी जारी नहीं की गई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अभी टेस्टिंग पर फोकस कर रहा है। इसके अलावा लोगों को इसके लिए जागरूक भी किया जा रहा है। हर दिन पांच दर्जन से अधिक टेस्ट हो रहे हैं। राहत वाली बात यह है कि अभी तक नए वेरियंट का कोई मामला यहां पर नहीं आया है और न ही किसी भी इस तरह के लक्षण मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर के प्राइवेट हॉस्पिटलों को भी तैयार रहने को कहा गया है।
एक दिन पहले ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से छह सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अगर किसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं तो आगामी जांच के लिए दिल्ली सैंपल भेजे जाएंगे। डॉक्टरों के अनुसार हर दिन 30 से 35 टेस्ट लैब में किए जा रहे हैं। मंगलवार को छह सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। सिविल सर्जन डॉक्टर विरेंद्र यादव ने बताया कि अभी तक केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसी प्रकार के आदेश नए वेरिएंट को लेकर नहीं आए हैं। विभाग की ओर से टेस्टिंग पर फोकस है। इसके अलावा लोगों को जागरूक किया जा रहा है