एम्बैसी रीट से बाहर निकली ब्लैकस्टोन, समूची 23.5 प्रतिशत हिस्सेदारी 7,100 करोड़ रुपये में बेची
नई दिल्ली
वैश्विक कोष ब्लैकस्टोन ने शेयर बाजारों में थोक सौदे में एम्बैसी ऑफिस पार्क्स रीट में अपनी समूची 23.5 प्रतिशत हिस्सेदारी लगभग 7,100 करोड़ रुपये में बेच दी है।सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने अपनी यूनिट करीब 316 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेची हैं।
कुछ मौजूदा यूनिटधारकों ने इसमें भाग लिया है। उन्होंने बताया कि एसबीआई म्यूचुअल फंड एक नया निवेशक है।
एम्बैसी ऑफिस पार्क रीट भारत का पहला रियल एस्टेट निवेश न्यास (रीट) है जो वैश्विक निवेश फर्म ब्लैकस्टोन और बेंगलुरु स्थित रियल्टी फर्म एम्बैसी समूह द्वारा प्रायोजित है। सार्वजनिक निर्गम के माध्यम से लगभग 5,000 करोड़ रुपये जुटाने के बाद इसे 2019 में सूचीबद्ध किया गया था।
पिछले साल ब्लैकस्टोन ने एम्बैसी ऑफिस पार्क्स रीट में अपने शेयर बेचकर लगभग 32.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 2,650 करोड़ रुपये) जुटाए थे।
इस सौदे के बाद एम्बैसी ऑफिस पार्क्स रीट में ब्लैकस्टोन की हिस्सेदारी 32 प्रतिशत से घटकर 24 प्रतिशत रह गई थी।
एम्बैसी रीट बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में नौ बुनियादी ढांचे जैसे कार्यालय पार्क और चार सिटीसेंटर कार्यालय भवनों के 4.53 करोड़ वर्ग फुट पोर्टफोलियो की मालिक है।
ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन सहित तीन कंपनियों को आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी
नई दिल्ली
तीन कंपनियों- ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन लिमिटेड, बीएलएस ई-सर्विसेज लिमिटेड, और पॉपुलर व्हीकल्स एंड सर्विसेज लिमिटेड को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये धन जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गई है।
इन कंपनियों ने अगस्त और अक्टूबर के बीच भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा कराए थे। इन्हें 12-15 दिसंबर के दौरान नियामक से निष्कर्ष पत्र मिले हैं।
किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी का निष्कर्ष पत्र जरूरी होता है।
दस्तावेजों के मसौदे के अनुसार, ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन आईपीओ के तहत नए शेयर जारी कर 1,000 करोड़ रुपये जुटाएगी। इसमें बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल नहीं है।
आईपीओ से प्राप्त राशि का इस्तेमाल कंपनी कर्ज भुगतान, दीर्घकालिक कार्यशील पूंजी की जरूरतों के वित्तपोषण और सामान्य कॉरपोरेट कामकाज के लिए करेगी।
ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीनों के अग्रणी निर्माताओं में से एक है और इसके विभिन्न क्षेत्रों में ग्राहक हैं।
दस्तावेजों के अनुसार, बीएलएस ई-सर्विसेज लिमिटेड आईपीओ के तहत 2.41 करोड़ नए शेयर जारी करेगी। इसमें भी ओएफएस शामिल नहीं है।
आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग नई क्षमताओं को विकसित करने और मौजूदा मंचों को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
यह कंपनी बीएलएस इंटरनेशनल सर्विसेज लिमिटेड की अनुषंगी है, जो वीजा सेवाएं देती है।
पॉपुलर व्हीकल्स एंड सर्विसेज के आईपीओ में 250 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा इसमें 1.42 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश शामिल है।
नए निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग कर्ज के भुगतान और सामान्य कॉरपोरेट कामकाज के लिए किया जाएगा।
केरल स्थित कंपनी ऑटोमोटिव डीलरशिप में लगी हुई है। यह मारुति सुजुकी, होंडा और जेएलआर की यात्री वाहन डीलरशिप और टाटा मोटर्स की वाणिज्यिक वाहन डीलरशिप का संचालन करती है।
इन कंपनियों के शेयर बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होंगे।
भारत, न्यूजीलैंड में व्यापार अड़चनों को कम करने पर चर्चा
नई दिल्ली
भारत और न्यूजीलैंड ने आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए व्यापार अड़चनों को कम करने और अधिक निवेशक-अनुकूल माहौल बनाने के उपायों पर चर्चा की है। एक अधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और न्यूजीलैंड के उनके समकक्ष टॉड मैक्ले की 19 दिसंबर को यहां हुई बैठक के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा की गई।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने व्यापार सुविधा के महत्व को पहचाना और व्यापार प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, अड़चनों को कम करने और दोनों देशों के कारोबार क्षेत्रों और निवेशकों के लिए अधिक अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की।
दोनों मंत्रियों ने कृषि, वानिकी, फार्मा, संपर्क, शिक्षा और पयर्टन क्षेत्र में संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया।