केंद्र के आंकड़ों पर ओडिशा सरकार ने कहा-10वीं में स्कूल छोड़ने की दर 49.9 प्रतिशत नहीं, 27 प्रतिशत
भुवनेश्वर
ओडिशा सरकार ने दावा किया कि 2021-22 में राज्य में 10वीं कक्षा में स्कूल की पढ़ाई छोड़ने की दर 27 प्रतिशत थी, न कि 49.9 प्रतिशत, जैसा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक दिन पहले लोकसभा में कहा था।
ओडिशा स्कूल शिक्षा कार्यक्रम प्राधिकरण के निदेशक अनुपम शाह ने कहा कि केंद्र के आंकड़ों में 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण स्कूलों में दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूल और जन शिक्षा विभाग जल्द ही स्कूल स्तर पर पढ़ाई छोड़ने वालों की संख्या के संबंध में अपना रुख स्पष्ट करेगा।
बीच में पढ़ाई छोड़ने के लिहाज से 2021-22 में 10वीं कक्षा में ओडिशा में सबसे अधिक 49.9 प्रतिशत दर दर्ज करने को लेकर एक सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा जारी किया गया 'डेटा' पुराना था। शाह ने कहा, ''केंद्र द्वारा जारी आंकड़ों में विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण स्कूलों में दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या शामिल नहीं है। ओडिशा में वर्तमान में (2022-23) स्कूल छोड़ने वालों की दर 17 प्रतिशत होगी।''
उन्होंने बताया कि 'ड्रॉपआउट' दर की गणना एक वर्ष में कक्षा 11वीं में छात्रों की संख्या और पिछले वर्ष कक्षा 10वीं में समान छात्रों की तुलना करके की जाती है। अधिकारी ने कहा, ''हालांकि, 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले और राज्य भर के तकनीकी और व्यावसायिक स्कूलों, पॉलिटेक्निक और मुक्त विद्यालयों में प्रवेश लेने वाले छात्रों का कोई उल्लेख नहीं है।''
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा को बताया कि 2021-22 तक कक्षा 10वीं में पढ़ाई छोड़ने वालों की दर 20.6 प्रतिशत थी और इस संबंध में ओडिशा सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य है, जिसके बाद बिहार है। प्रधान ने अपने लिखित जवाब में कहा कि कक्षा 10वीं में 'ड्रॉपआउट' दर ओडिशा में 49.9 प्रतिशत और बिहार में 42.1 प्रतिशत थी।
इस बीच, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने स्कूलों में बीच में पढ़ाई छोड़ने वालों की ''बढ़ती'' दर को लेकर राज्य की बीजू जनता दल (बीजद) नीत सरकार की आलोचना की।
भाजपा नेता और विधानसभा में विपक्ष के मुख्य सचेतक मोहन चरण माझी ने कहा, ''कक्षा 10वीं के स्तर पर स्कूल छोड़ने वालों की सूची में ओडिशा शीर्ष पर है। यह उन लोगों के लिए शर्म की बात है जो दावा करते हैं कि उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में तेजी से बदलाव लाया है। ओडिशा ने स्कूली शिक्षा में गिरावट दर्ज की है।''
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष प्रसाद हरिचंदन ने स्कूल छोड़ने वालों की उच्च दर के लिए ''राज्य सरकार की दोषपूर्ण नीति'' को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सवाल किया, ''सरकार ने कुछ सुंदर स्कूल भवनों का निर्माण किया है लेकिन वहां कोई शिक्षक नहीं हैं। अगर शिक्षकों की कमी है तो गरीब परिवारों के छात्रों को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए कौन प्रेरित करेगा।''
हरिचंदन ने आरोप लगाया कि ''ओडिशा में भारी बेरोजगारी'' के कारण बड़ी संख्या में छात्र मजदूरी करने दूसरे राज्यों में चले जाते हैं।
एन्नोर क्रीक में पानी में तेल की मात्रा और कम हुई : सीपीसीएल
चेन्नई
'चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड' (सीपीसीएल) ने कहा कि एन्नोर क्रीक में सफाई अभियान तेजी से चल रहा है तथा पानी में तेल की मात्रा में कमी आ रही है।
सीपीसीएल ने एक बयान में कहा कि 125 नौकाओं, प्रेशर जेट सफाई मशीनों, रोकथाम और अवशोषक उपकरणों के साथ लगभग 240 प्रशिक्षित लोग वर्तमान में खाड़ी में तेल साफ करने में जुटे हैं।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की सहायक कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘आठ स्थानों पर लगभग 1,500 मीटर के ‘रोकथाम बूम’ स्थापित किए गए हैं और नियमित रूप से इसकी निगरानी की जा रही है। इन क्षेत्रों में, छह तेल स्कीमर तैनात किए गए हैं। वैसे पानी में तेल की मात्रा और कम हो गई है।’
चेन्नई और पड़ोसी जिलों में चक्रवात ‘मिगजॉम’ के कारण आई बाढ़ और भारी बारिश के कारण उत्तरी चेन्नई में स्थित एन्नोर क्रीक के पास तेल की एक परत बन गई थी।
सीपीसीएल ने कहा कि पांच तटीय क्षेत्रों में से तीन में मशीनों द्वारा सफलतापूर्वक सफाई की जा चुकी है तथा इससे प्रभावित घरों की भी सफाई की जा रही है।
कंपनी ने कहा कि पानी की सतह से तेल के निशान हटाने के लिए लगभग 24,000 अवशोषक पैड और 1,000 अवशोषक मोजे का उपयोग किया गया है।
सरसंघचालक 21 दिसम्बर को आएंगे बिहार
पटना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत 21 दिसम्बर को बिहार आएंगे। वे 22 दिसम्बर को भागलपुर जिले में महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट जाएंगे।
यहां 9:30 बजे सुबह महर्षि मेंही आश्रम में रह रहे आचार्य साधु-सन्यासियों से मिलकर कई बिंदुओं पर वार्ता करेंगे। वे महर्षि मेंही पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'महर्षि मेंही-एक व्यक्तित्व एक विचार' का लुक आउट भी जारी करेंगे।
सरसंघचालक के आगमन को लेकर तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। भागलपुर जिला पुलिस विभाग भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने में जुटा है। अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा महर्षि मेंही आश्रम, कुप्पाघाट के महामंत्री दिव्य प्रकाश के मुताबिक, सरसंघचालक मोहन भागवत 9:30 बजे सुबह कुप्पाघाट परिसर में पहुंचकर महर्षि मेंही परमहंस और संत सेवी महाराज के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि करेंगे। इसके बाद संतमत प्रवचन के प्रसाल में लोगों को संबोधित करेंगे। फिर महर्षि मेंही पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म का लुक आउट जारी करेंगे। इसके अलावा वे कुप्पाघाट के आचार्य व साधु संतों से कई बिंदुओं पर वार्ता करेंगे।