भोपाल
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आज इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय परिसर, भोपाल में "राष्ट्रीय बालरंग "महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इस अनुक्रम में आज "राज्यस्तरीय बालरंग" अंतर्गत विभिन्न साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में प्रदेश के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का मंचन किया। बालरंग महोत्सव की थीम -"आत्मनिर्भर भारत" के अनुरूप प्रदेश के विभिन्न संभागों के प्रतिभागी विद्यार्थियों ने अपने जिले की संस्कृति, वेशभूषा, नृत्य एवं खानपान को विभिन्न मंचों पर प्रदर्शित किया।
आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चों के समग्र विकास के लिए सांस्कृतिक गतिविधियां आवश्यक हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को "राष्ट्रीय बालरंग" महोत्सव साकार कर रहा है। यह महोत्सव कला और संस्कृति की विविधता को एकात्मकता के सूत्र में पिरो रहा है। बच्चों को उनकी स्वाभाविक प्रतिभा के लिए यह मंच अवसर दे रहा है।
राज्यस्तरीय बालरंग में प्रदेश के 9 संभागों के लगभग 1 हजार प्रतिभागियों ने सहभागिता की। राज्यस्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में विभिन्न संभागों के विद्यार्थियों ने लोक नृत्य एवं शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किए। लोकनृत्य (कनिष्ठ) में जबलपुर संभाग प्रथम, सागर संभाग द्वितीय एवं भोपाल संभाग तृतीय स्थान पर रहा। वहीं लोकनृत्य (वरिष्ठ) में इंदौर संभाग से गणगौर नृत्य प्रथम, जबलपुर संभाग से बामा नृत्य द्वितीय एवं उज्जैन संभाग से ताली नृत्य तृतीय स्थान पर रहा। शास्त्रीय नृत्य (कनिष्ठ वर्ग) में भोपाल संभाग प्रथम, सागर संभाग द्वितीय और नर्मदापुरम संभाग तृतीय स्थान पर रहा। वहीं शास्त्रीय नृत्य (वरिष्ठ वर्ग) में ग्वालियर संभाग प्रथम, इंदौर संभाग द्वितीय और भोपाल संभाग तृतीय स्थान पर रहा।
विद्यार्थियों ने सुगम संगीत एवं वादन में भी प्रतिभागिता की। निबंध लेखन, तात्कालिक भाषण एवं प्रश्न मंच साहित्य विभिन्न साहित्यिक प्रतियोगिताएं भी हुई। संस्कृत,मदरसा,योग एवं निशक्तजन की प्रतियोगिताएं भी आयोजित हुई, जिसमें प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। राज्यस्तरीय बाल रंग में लघु भारत प्रदर्शनी, विद्यार्थियों द्वारा निर्मित क्रिएटिव क्राफ्ट, गतिविधि आधारित प्रदर्शनी एवं विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न जिलों एवं राज्यों के खाद्य पदार्थ (फूड जोन) की प्रदर्शनी भी आयोजित हुई। इस अवसर पर संचालक लोक शिक्षण डी एस कुशवाह, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के निदेशक अमिताभ पांडे एवं संयुक्त संचालक लोक शिक्षण (भोपाल संभाग) अरविंद चोरगढे, विभिन्न अधिकारीगण, शिक्षकगण सहित विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे।
20 एवं 21 दिसंबर को "राष्ट्रीय बालरंग" में लगभग 22 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से आ रहे लगभग 430 प्रतिभागी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।