इंदौर
पश्चिमी रिंग रोड जमीन अधिग्रहण को लेकर किसान लगातार विरोध कर रहे हैं। किसानों ने इसके लिए 26 दिसंबर को महापंचायत बुलाई है। किसान महापंचायत से पहले अलग-अलग गावों में जाकर बैठक कर रहे हैं। रविवार को विश्वनाथ धाम पर बैठक आयोजित हुई। इसमें सभी किसान नेताओं एवं पश्चिमी रिंग रोड के 39 गांव के किसानों ने भाग लिया एवं सभी ने एकमत से निर्णय लिया कि हम हमारी जमीन पश्चिम में रिंग रोड में नहीं देंगे।
26 दिसंबर को होने वाली महापंचायत की तैयारी में पूरी ताकत से किसान जूट हैं। किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि पश्चिमी रिंग रोड के प्रभावित किसानों की बैठक विश्वनाथ धाम धर्मपुरी पर संपन्न हुई। जिसमें 39 गांव के किसानों ने भाग लिया एवं सभी ने एकमत से निर्णय लिया कि हम हमारी जमीन पश्चिम में रिंग रोड में नहीं देंगे।
इसके साथ में ही बुधनी इंदौर रेलवे लाइन के भी प्रभावित किसानों ने भी इसी मांग का समर्थन किया। साथ में इंदौर जिले में जितनी भी योजनाएं चल रही है, उनके प्रभावित किसानों को भी साथ में लेकर बड़े आंदोलन की योजना बनाई गई।
मंडलोई का कहना है कि किसानों ने सामूहिक निर्णय लिया कि पहले तो हम हमारी जमीन देने को तैयार नहीं है। जमीन हमारे बाप दादा की हैं, सरकार कौन होती है उसके बारे में निर्णय लेने वाली। किसानों ने कहा की हमारी जमीन में कहीं ग्रीन बेल्ट डाल दिया जाता है, तो कहीं पर विकास प्राधिकरण हमारी जमीन हमारी मर्जी के बगैर अधिग्रहित कर लेता है। उनमें तरह-तरह की स्कीम डाल दी जाती हैं,जो की सरासर गलत है। 26 दिसंबर वार मंगलवार समय 11 बजे ग्राम सेमलिया चाऊ मैं होने वाली महापंचायत को सफल बनाने की अपील की है।