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जनकल्याणकारी कार्यक्रम और विकास योजनाएं विधिवत जारी रहेंगी, बजट की कोई कमी नहीं

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जनकल्याणकारी कार्यक्रम और विकास योजनाएं विधिवत जारी रहेंगी, बजट की कोई कमी नहीं

भोपाल

प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी कार्यक्रम और विकास योजनाओं के लिए बजट की कोई कमी नहीं है। सभी जनकल्याणकारी कार्यक्रम और विकास योजनाएं विधिवत जारी रहेंगी।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जनकल्याणकारी कार्यक्रमों और विकास योजनाओं में कटौती या बंद होने की भ्रामक खबरें प्रसारित हो रही है जो पूर्णत: असत्य है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर योजनायें बंद होने संबंधी खबरें पूरी तरह भ्रामक एवं असत्य है।

जनकल्याणकारी कार्यक्रमों एवं विकास योजनाओं के लिये शासन के पास पैसों की कोई कमी नहीं है। शासन के सभी जनकल्याणकारी कार्यक्रम सुचारू रूप से जारी रहेंगे। विकास योजनाएं भी निरंतर जारी रहेंगी।

वित्त विभाग द्वारा वित्तीय अनुशासन के अंतर्गत बजट आवंटन एवं व्यय की कार्ययोजना दिशा निर्देश संबंधी आदेश सामान्य प्रक्रिया के अंतर्गत हर वित्तीय वर्ष में जारी होते हैं। विकास योजनाएं एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रम जनहित में निरंतर जारी रहेंगी।

"राज्यस्तरीय बालरंग" 19 दिसंबर एवं "राष्ट्रीय बालरंग" महोत्सव 20 से 21 दिसंबर तक होगा

"आत्मनिर्भर भारत" होगी बालरंग महोत्सव की थीम

भोपाल

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा "राष्ट्रीय बालरंग" महोत्सव इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय परिसर, भोपाल में 20 एवं 21 दिसंबर को आयोजित होगा। राज्यस्तरीय बालरंग प्रतियोगिता भी 19 दिसंबर को आयोजित होगी।

संचालक लोक शिक्षण डी एस कुशवाह ने बताया कि विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास एवं उन्हें भारत की सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष राष्ट्रीय बालरंग महोत्सव का आयोजन किया जाता है। " राष्ट्रीय बालरंग-2023 " महोत्सव में आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दादर एवं नागर हवेली, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, पांडिचेरी, पंजाब, सिक्किम, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू एवं कश्मीर एवं राजस्थान सहित देश के 22 राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश सहभागिता करेंगे। इस वर्ष बालरंग महोत्सव की थीम "आत्मनिर्भर भारत" होगी, जिसमें प्रदेश के छात्र-छात्राएं अपने जिले की संस्कृति, वेशभूषा, नृत्य एवं खानपान आदि को विभिन्न मंचों पर प्रदर्शित करेंगे। वहीं विभिन्न राज्यों से सहभागिता करने आ रहे लगभग 430 प्रतिभागी छात्र-छात्राएं अपने राज्य के लोक नृत्य प्रस्तुत करेंगे। राष्ट्रीय बालरंग में उत्कृष्ट लोकनृत्य के लिए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त नृतक दलों को पुरस्कृत किया जाएगा।

कुशवाह ने बताया कि राज्यस्तरीय बालरंग में प्रदेश के 9 संभागों के लगभग 1200 विद्यार्थी सहभागिता करेंगे। इसमें सांस्कृतिक, साहित्यिक, योग, संस्कृत, निशक्तजन एवं मदरसा प्रतियोगिताएं, राष्ट्रीय लोक नृत्य, लघु भारत प्रदर्शनी, विद्यार्थियों द्वारा निर्मित क्रिएटिव क्राफ्ट, गतिविधि आधारित प्रदर्शनी एवं विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न जिलों एवं राज्यों के खाद्य पदार्थ (फूड जोन) की प्रदर्शनी सहित अन्य प्रतियोगिताएं होंगी। भारत के सांस्कृतिक विरासत को लेकर लघु भारत प्रदर्शनी में 22 राज्यों की झांकियां लगेंगी। समर्थ भारत प्रदर्शनी में 25 स्टॉल होंगे, जिसमें इस बार "अनुगूंज 2023" के अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न वर्कशाप में की गई गतिविधियों की प्रदर्शनी को भी सम्मिलित किया गया है।

आत्मनिर्भर भारत की थीम पर इस वर्ष समर्थ भारत प्रदर्शनी लगाई जाएगी, यह प्रदर्शनी मुख्य रूप से 22 विषयों पर गतिविधि आधारित है, जो " आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स", वोकल फार लोकल, फिट इंडिया, उमंग, इंन्सपायर अवार्ड प्रदर्शनी", अनुगूंज, माटीकला फोटोग्राफी और सेरेमिक आर्ट हस्तनिर्मित क्राफ्ट आदि विषयों के समावेश के साथ भारत की आत्मनिर्भरता की परिकल्पन को पूर्ण करते है। क्रिएटिव क्राफ्ट में 18 स्टॉल में पहली बार विद्यार्थियों के द्वारा बनाए गए आर्ट एंड क्राफ्ट को प्रदर्शन के लिए रखा जायेगा। विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न जिलों एवं राज्यों के खाद्य पदार्थों पर आधारित फूड जोन भी लगेगा। संपूर्ण कार्यक्रम में प्रतिदिन लगभग 8 हजार विद्यार्थियों सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं सहभागिता करेंगे।