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सनातन धर्म और संस्कृति के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगा विद्यापीठ- उप मुख्यमंत्री शुक्ल

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सनातन धर्म और संस्कृति के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगा विद्यापीठ- उप मुख्यमंत्री शुक्ल

उप मुख्यमंत्री ने किया चित्रकूट में वैदिक एवं संस्कृत विद्यापीठ का लोकार्पण

भोपाल

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि धैर्य और संयम के साथ अपने कर्तव्यों को पूरा करना ही राजनीति का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट की पवित्र धार्मिक नगरी में बलराम देशिक संस्कृत विद्यापीठ द्वारा संचालित प्रियंबदा बिड़ला वैदिक एवं संस्कृत विद्यालय हमारी संस्कृति और सनातन धर्म के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल चित्रकूट के नयागांव में आचार्य आश्रम के समीप नवनिर्मित प्रियंबदा बिड़ला वैदिक एवं संस्कृत विद्यालय के भव्य भवन के लोकार्पण अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

आचार्य आश्रम नयागांव के पूज्य डॉ बदरी प्रपन्नाचार्य जी महाराज, वरुण प्रपन्नाचार्य जी महाराज, चित्रकूट के साधु-संतों की उपस्थिति में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने वैदिक मंत्रो और श्लोक के बीच विधि विधान पूर्वक वैदिक एवं संस्कृत विद्यापीठ का लोकार्पण किया। उन्होंने संस्कृत विद्यालय के प्रत्येक पठन कक्षों में जाकर पठन-पाठन के लिए की गई व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।

मध्यप्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि प्रदेश की जनता ने सरकार को इतना बड़ा जनादेश दिया है। यह जनादेश जन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए है। राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश को देश का विकसित और सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प लिया है। इसके साथ ही विंध्य क्षेत्र को हिंदुस्तान का सबसे बेहतर और समृद्धशाली क्षेत्र बनाने का संकल्प भी पूरा होगा।

पयस्वनी नदी के पानी से मंदाकिनी को सदानीरा बनाया जाएगा

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि विंध्य क्षेत्र में धार्मिक, वाइल्डलाइफ, पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। चित्रकूट की पावन धरती पर जहां राम के चरण पड़े, वहां की धरती पर बहुमूल्य खनिज, लाइमस्टोन, हीरे जवाहरात, बॉक्साइट जैसी संपदा मौजूद है। नर्मदा घाटी विकास के अधिकारियों के साथ बरगी की नहर मैहर और सतना लाने के प्रयासों की समीक्षा बैठक हुई है। नर्मदा का पानी मंदाकिनी नदी तक सीधा नहीं ला सकते, इसलिए बांध बनाकर पयस्वनी नदी तक पानी छोड़ा जाएगा। पयस्वनी नदी के पानी से मंदाकिनी को सदानीरा बनाया जाएगा।

आचार्य आश्रम के स्वामी बदरी प्रपन्नाचार्य जी ने संस्कृत विद्यालय के 1982 में स्थापना काल से अब तक की प्रगति का रेखांकन करते हुए संस्कृत विद्यालय की स्थापना और भवन निर्माण के लिए सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को संस्कृत भाषा में रचित अभिनंदन पत्र भेंट किया गया। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता शुक्ला के साथ आचार्य आश्रम की यज्ञशाला में हवन पूजा भी की।

संस्कृत विद्यालय नयागांव का भवन निर्माण विंध्या टेली लिंक्स लिमिटेड के सीएसआर मद से किया गया है। इस अवसर पर उत्तरप्रदेश सरकार के राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, विधायक मैहर श्रीकांत चतुर्वेदी, विधायक मुड़वारा संदीप जायसवाल, विधायक मनगवां नरेंद्र प्रजापति सहित रीवा, सतना, मैहर, कटनी, छत्तीसगढ़ से आए हुए जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

भारत रत्न राष्ट्र ऋषि नाना जी देशमुख के रचनात्मक कार्यों का प्रतिबिंब है ग्रामोदय विश्वविद्यालय: उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल

ग्रामोदय विश्वविद्यालय के सतत विकास के लिए अपेक्षित सहयोग होगा

भोपाल

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने भारतरत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख का महामानव के रूप में स्मरण करते हुए कहा कि नाना जी देशमुख ने ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट की संकल्पना और स्थापना की थी। यह विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ संस्कार देने का उत्कृष्ट केंद्र भी है। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के इस परिसर में आने में एक विशेष प्रकार की ऊर्जा मिलती है। नानाजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रेरणा लेकर समाज सेवा के क्षेत्र को नई दिशा दी जा सकती है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल का महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर ग्रामोदय परिवार की ओर से भव्य स्वागत और अभिनंदन किया।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि इस क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है कि नानाजी देशमुख के सद्प्रयासों से इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उच्च शिक्षा के प्रकाश को देश-विदेश में प्रकाशित कर रहे है। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के सतत विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले समय में स्वयं ग्रामोदय विश्वविद्यालय कैंपस आकर प्राध्यापको, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों से विचार मंथन कर अपेक्षित सहयोग करेंगे। कुलसचिव प्रो. आर.सी. त्रिपाठी, अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।