जयपुर
राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड़ में चौंकाने वाले खुलासे हुए है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि रोहित सिंह राठौड़ का पाॅक्सो मामले में गोगामेड़ी ने समझौता नहीं होने दिया था। इसलिए गोगामेड़ी से रोहित सिंह के दुश्मनी थी। पुलिस के मुताबिक नितिन फौजी से वारदात के कुछ समय पहले ही रोहित मिला था। जबकि मामले का मुख्य सूत्रधार वीरेंद्र चारण बताया जा रहा है। जेल में बंद उर्फ भवानी रोनी के जरिए नितिन गोदारा के संपर्क में आया। अक्टूबर में ही गोगामेड़ी की मारने की प्लानिंग थी। लेकिन चुनाव आचार संहिता लगने की वजह से घटना को अंजाम नहीं दे पाए। पुलिस ने भवानी उर्फ रोनी, राहुल और सुमित को प्रोटेक्शन वांरट पर लिया है।
गोगामेड़ी हत्याकांड में पुलिस की छानबीन जारी है. इसे लेकर Jaipur City Police Commissioner ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के दोनों शूटरों सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. राजस्थान पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से इस मामले में शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के साथ उनके सहयोगी उधम सिंह को चंडीगढ़ से शनिवार देर रात पकड़ा है.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने रविवार को दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद पुलिस की टीमें लगातार बदमाशों के पीछे लग गईं थी. एसआईटी से मिले इनपुट और आरोपियों के रूट मैप का पता चला.आरोपी डीडवाना से पहले हिसार गए.
उन्होंने कहा कि, एक तरफ जहां आरोपी कहां रहते हैं इसकी जानकारी ली और दूसरी ओर उनकी खोज भी जा रही है. उधर आरोपी हरियाणा की ओर भागते हुए हिसार पहुंच गए. दिल्ली स्पेशल पुलिस टीम ने हिसार से हमारी मदद की. रियल टाइम लोकेशन मिलने के बाद हमने आरोपियों को हिरासत में लिया. हमने अपनी जांच शुरू कर दी है. हमने रामवीर जाट की आठ दिन की पुलिस हिरासत ले ली है. यह पहला स्टेप है. दूसरे स्टेप में मुख्य साजिशकर्ता को ट्रैप किया जाएगा.
घर में घुसकर मारी थी गोली
उल्लेखनीय है कि श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की बीते मंगलवार को दिनदहाड़े 3 बदमाशों ने घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। उन्हें मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गैंगस्टर रोहित गोदारा ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की थी। रोहित गोदारा का नाम पंजाबी सिंगर सिद्धू मुसेवाला की हत्या में भी सामने आया था। डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड की जांच के लिए एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के पर्यवेक्षण में एसआईटी का गठन किया था। अभियुक्तों पर पर 5-5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। बाद में दोनों आरोपियों को पुलिस ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया।
शूटरों को दिल्ली पुलिस की मदद से पकड़ा
बता दें दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की मदद से दोनों आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने पकड़ लिया था। गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई से करीबी तौर पर जुड़े गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी। रोहित गोदारा ने पहले एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि गोगामेदी अपने दुश्मनों की मदद कर रहे थे और इसी वजह से हमला हुआ। पुलिस ने कहा कि शूटर, गोगामेड़ी की हत्या के बाद रोहित गोदारा के करीबी सहयोगी वीरेंद्र चौहान के साथ लगातार संपर्क में थे, जिसका नाम कई आपराधिक मामलों में भी था। शूटरों की हालिया लोकेशन का पता उनके मोबाइल फोन से लगाया गया, क्योंकि वे भागने के दौरान वीरेंद्र चौहान को कॉल कर रहे थे। शूटरों ने पुलिस को बताया है कि वे पहले ट्रेन से हिसार गए और फिर उधम सिंह के साथ मनाली गए। वे एक दिन के लिए मंडी में भी रुके। मंडी से तीनों लोग चंडीगढ़ आए, जहां उन्हें पकड़ लिया गया।