मुंबई
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं होगा अगर कुछ लोग हायतौबा मचाते हैं और विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराते हैं। उनका यह बयान तब आया है, जब चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना जारी है।
भाजपा मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे हिंदी पट्टी के राज्यों में सत्ता की ओर बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में भी उसने बढ़त हासिल की हुई है, जबकि तेलंगाना में कांग्रेस भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को सत्ता से बाहर करने के लिए तैयार है। पवार ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम की लोग सराहना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर इंडिया गठबंधन के लोग नतीजों के लिए ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को दोष देना शुरू कर दें। उन्होंने आगे कहा कि यह हायतौबा मचाने जैसा होगा।
राकांपा नेता ने कहा, जब मैं पिछली सरकार में था, उस समय भी मेरा विचार था कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ असंभव है। केवल एक आदमी पड़े पैमाने पर इस तरह से ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं कर सकता है। आपको यह करने के लिए बहुत लोगों की जरूरत होगी। अगर कई लोग इस तरह के काम में शामिल होते, तो यह स्वाभाविक रूप से अब तक सामने आ गया होता। उन्होंने आगे कहा, 'अगर इन तीन राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान और राजस्थान) में ईवीएम को दोषी ठहराया जाए, तो तेलंगाना के बारे में क्या कहना है?' अजित ने कहा, 'हमें यह स्वीकार करने की जरूरत है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि और उनके काम की लोग सराहना कर रहे हैं।'
तेलंगाना में बीआरएस के कांग्रेस से पिछड़ने के बारे में उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उन्होंने (बीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव) अति आत्मविश्वास दिखाया और (अपनी पार्टी के आधार के) विस्तार के लिए महाराष्ट्र आए।' अजित पवार ने कहा, उन्होंने (केसीआर) ने कई रैलियां और वादे किए। लेकिन, उन्हें उनके ही राज्य ने नकार दिया है। जनता का फैसला हमेशा सबसे ऊपर होता है।