Home विदेश जंग में इजरायली सेना गाजा में कहर बरपा रही, 24 घंटे में...

जंग में इजरायली सेना गाजा में कहर बरपा रही, 24 घंटे में 400 आतंकी ठिकाने तबाह

6

गाजा

मिडिल ईस्ट (middle east) में एक बार फिर से जंग की शुरुआत हो चुकी है। इजरायल (Israel)और हमास (Hamas)ने शनिवार को समाप्त हो चुके संघर्ष विराम (Ceasefire)को फिर से लागू करने के अंतरराष्ट्रीय आह्वान (international call)को खारिज (rejected)कर दिया। इजरायल ने शुक्रवार को युद्धविराम के समाप्त होने के बाद गाजा पट्टी पर घरों और इमारतों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम 178 लोग मारे गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यहां यह जानकारी दी। वहीं, इजराइल का कहना है कि उसने हमास के 200 से ज्यादा ठिकानों को निशान बनाया और करीब 240 लोग मारे गए है.

मिडिल ईस्ट में एक बार फिर से जंग की शुरुआत हो चुकी है. पिछले शुक्रवार से गुरुवार तक चला युद्धविराम आखिरकार खत्म हुआ और गाजा पट्टी पर एक बार फिर से बम बरसने लगे. शुक्रवार (01 दिसंबर) की सुबह युद्धविराम खत्म हुआ, जिसके बाद इजरायली सेना ने गाजा में एयरस्ट्राइक शुरू कर दी. कतर समेत अंतरराष्ट्रीय संगठन इजरायल और गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास के साथ समझौता करवाने के लिए जुटे हुए हैं.

संयुक्त राष्ट्र मानवीय आयोग के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ ने युद्धविराम की मांग की है. उन्होंने कहा कि गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों के पास छिपने के लिए कोई जगह नहीं है. हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद ने कहा है कि उन्होंने तेल अवीव, अशदोद और अशकलोन समेत कई इजरायल शहरों पर रॉकेट्स दागे हैं. इजरायल-लेबनान सीमा पर भी लड़ाई शुरू हो चुकी है. ऐसे में आइए इजरायल-हमास युद्ध से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स जानते हैं.

इजरायल ने शुक्रवार से ही बमबारी की शुरुआत कर दी है. इजरायली सेना का कहना है कि हमास ने उसके इलाके पर रॉकेट दागकर सात दिनों तक चले युद्धविराम को खत्म कर दिया. इजरायली सेना अब धीरे-धीरे गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से की ओर बढ़ रही है.

गाजा में मौजूद फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि शुक्रवार सुबह से शुरू हुई इजरायली बमबारी की वजह से 178 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. इस बमबारी में 589 लोग घायल भी हुए हैं. इजरायल-हमास के बीच युद्धविराम खत्म होने के बाद जंग शुरू हुई है.

अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने इजरायल को 100 ‘बंकर-बस्टर’ बम दिए हैं, जिनमें से हर एक का वजन 907 किलो है. अमेरिका इन बमों का इस्तेमाल अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में कर चुका है. अब इजरायल इन बमों का इस्तेमाल गाजा में करने वाला है.
‘कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट’ (CPJ) ने कहा है कि 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद कम से कम 61 पत्रकारों की मौत हुई है. मरने वालों में सबसे ज्यादा 54 फिलिस्तीनी पत्रकार हैं. इसके अलावा चार इजरायली और तीन लेबनानी पत्रकारों की भी मौत हुई है.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर, अमेरिका और मिस्र की सलाह पर इजरायल और हमास अभी भी महिला बंधकों की रिहाई पर बात कर रहे हैं. इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि हमास के जरिए बंधकों की लिस्ट मिलते ही युद्धविराम फिर से शुरू हो सकता है.
इजरायल की सेना ने कहा है कि इसने गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाया है. सेना का कहना है कि स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 7 बजे 200 से ज्यादा ठिकानों पर हमले किए गए हैं. इजरायली वॉर कैबिनेट मंत्री बेनी गांत्ज ने कहा है कि सेना अपने अभियान को बढ़ाने के लिए तैयार है.

जंग के एक बार फिर से शुरू होने के बाद अमेरिका ने इजरायल पर फिलिस्तीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए दबाव बनाना भी शुरू कर दिया है. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि उन्होंने इजरायल के जरिए नागरिकों की सुरक्षा को लेकर उठाए जाने वाले कदमों को देखा है.
इजरायल-हमास के बीच मध्यस्थता करवाने वाले कतर ने गाजा में बमबारी शुरू होने पर अफसोस जताया है. कतरी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि गाजा में बमबारी ने मध्यस्थता के प्रयासों को पेचीदा बना दिया है और मानवीय त्रासदी को बढ़ा दिया है.

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि हमें ये समझने की जरूरत है कि सात दिनों तक चला युद्धविराम हमास की वजह से खत्म हुआ है. हमास ने मध्यस्थता के नियमों को तोड़ते हुए यरुशलम में हमला किया और तीन लोगों की हत्या कर दी.

सीरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी सना का कहना है कि शनिवार को राजधानी दमिश्क में इजरायली हमले को नाकाम किया गया. इजरायल की तरफ से राजधानी की ओर मिसाइलें लॉन्च की गई थीं, जिन्हें एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए मार गिराया गया है.