नई दिल्ली.
दुनिया भर में कई क्रिकेटर ऐसे हैं जिन्होंने खेल को अलविदा कहने के बाद राजनीति का रुख किया. राजनीतिक में खिलाड़ियों को बेहद सम्मान दिया जाता है. इनमें से कई खिलाड़ी बड़े राजनेता बन जाते हैं तो कई क्रिकेट की तरह राजनीति में अपने करियर को आगे नहीं बढ़ा पाते. हम इस आर्टिकल में उन खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने क्रिकेट के बाद राजनीति में कदम रखा और यहां वह उम्मीद से ज्यादा सफल रहे. आइए जानते हैं दुनिया के 5 क्रिकेटर के बारे में जो बाद में अपने अपने देश के प्रधानमंत्री बने.
सर एलेक डगलस होम (Sir Alec Douglas-Home) एक ब्रिटिश कंजरवेटिव राजनीतिज्ञ थे. डगलस होम अक्टूबर 1963 से लेकर 1964 तक यूनाइटेड किंगडम के प्राइम मिनिस्टर रहे. इससे पहले डगलस एक बेहद टैलेंटेड क्रिकेटर थे जिन्होंने मिडिलसेक्स और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओरी से 1924 से 1927 तक क्रिकेट खेली. इस दौरान उन्होंने मिडिलसेक्स की ओर से 10 फर्स्ट क्लास मैच खेले. होम के नाम 147 रन दर्ज हैं. इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 37 रन रहा. होम ने अपनी मध्यम गति की तेज गेंदबाजी से 12 विकेट भी चटकाए. गेंदबाजी में उनका बेस्ट प्रदर्शन 43 रन देकर 3 विकेट है. होम साउथ अमेरिका के बतौर एमसीसी ‘रिप्रजेंटेटिव’ दौरे पर 1926-27 में अर्जेंटीना के खिलाफ 3 फर्स्ट क्लास मैच खेले थे. प्रधानमंत्री एडवर्ड हीथ के कैबिनेट में सेवाएं देने के बाद डगलस हेराल्ड हिल्सन को मात देकर ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बने थे.
न्यूजीलैंड में जन्मे बेल बने प्रधानमंत्री
सर फ्रांसिस बेल (Francis Bell) न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री बने थे. वह पहले प्रधानमंत्री थे जिनका जन्म न्यूजीलैंड में हुआ था. वह 1925 में 10 से 30 मई तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहे. बेल ने अपनी युवा दिनों में वेलिंग्टन की ओर से दो प्रथमश्रेणी मैच खेले. हालांकि उनकी एंट्री नेशनल टीम में नहीं हो सकी. इसके बाद उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह राजनीति में कदम रखा. वह 16 दिन तक प्रधानमंत्री रहे.
कामिसेस मारा पीएम और राष्ट्रपति बने
रातू सर कामिसेस मारा (Kamisese Mara) को फिजी का संस्थापक माना जाता है. वह 1970 से 1992 तक देश के प्रधानमंत्री रहे. इसके बाद उन्होंने 1970 से 1992 तक देश के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया. कामिसेस मारा ने फिजी की ओर से 2 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं. उन्होंने न्यूजीलैंड दौरे पर ओटागो और कैंटरबरी के खिलाफ 1953/54 में दो फर्स्ट क्लास मैच खेले थे. तब वह उस स्कॉड के उप कप्तान थे. मारा का क्रिकेट करियर चोट की वजह से खत्म हो गया. केंटरबरी के खिलाफ मैच में उनके दाएं हाथ में चोट लगी. तब वह 44 रन पर बैटिंग कर रहे थे. दाएं हाथ के इस मीडियम पेसर ने 8 विकेट चटकाए हैं. उनकी बेस्ट गेंदबाजी 77 रन पर 4 विकेट है.
इमरान खान को प्रधानमंत्री बनने के लिए 22 साल लगे
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान (Imran Khan) को अपने प्रधानमंत्री बनने के सपने को पूरा करने के लिए 22 साल लग गए. इमरान खान ने पाकिस्तान की ओर से 1971 से 1992 तक टेस्ट क्रिकेट खेले. इमरान खान की कप्तानी में पाकिस्तान की टीम 1992 में वनडे में वर्ल्ड चैंपियन बनी. उनकी गिनती पाकिस्तान की दिग्गज क्रिकेटर्स में होती है.
नवाज शरीफ एक फर्स्ट क्लास मैच खेल चुके थे
पाकिस्तान की ओर से इमरान खान ने ही ना सिर्फ क्रिकेटर से प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया है बल्कि इस कड़ी में नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) का नाम भी शामिल है. नवाज शरीफ भी पाकिस्तान के एक अच्छे क्रिकेटर थे. उनके नाम एक फर्स्ट क्लास मैच खेलने का रिकॉर्ड है. शरीफ के लिए यह मुकाबला याद करने के लायक नहीं है क्योंकि वह पहली ही गेंद पर पवेलियन लौट गए थे.