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रायपुर की इन सात सीटों के कारण BJP या Congress की धड़कनें हुई तेज

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रायपुर

प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बनने का सपना संजोए प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होने की घड़ी नजदीक आती जा रही है। 17 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान समाप्त होने के साथ ही भाजपा-कांग्रेस और अन्य पार्टियों के साथ निर्दलीयों ने भी जीता का दावा शुरू कर दिया था, लेकिन गुरुवार को एग्जिट पोल सामने आने के बाद प्रत्याशियों की धड़कन तो लोगों के बीच कौन जीतेगा और कौन हारेगा, इसको लेकर कयास तेज हो गया है।

पार्टियों में रहेगी कांटे की टक्कर

एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार रायपुर संभाग की 19 सीटों में एक-दो को छोड़कर बाकियों पर दोनों ही प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर है। संभाग में एग्जिट पोल देखकर कांग्रेस समर्थक जहां दोबारा सरकार बनने तो भाजपा के समर्थक परिवर्तन का दावा कर रहे हैं। हालांकि ऊंट किस करवट बैठेगा, यह तीन दिसंबर को ही पता चलेगा। रायपुर जिले की सात सीटों में से उत्तर विधानसभा पर सभी की नजरें टिकी हैं। पार्षद अजीत कुकरेजा के निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने से जीता-हार का आकलन मुश्किल हो गया।

रायपुर जिले की सात सीटों पर चार-तीन का आंकड़ा

मतगणना से पूर्व जीत और हार का आकलन करना मुश्किल है। रायपुर जिले की सात सीटों में 4-3 का आंकड़ा होने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस को चार तथा भाजपा को तीन सीटें मिलने का अनुमान है। उत्तर विधानसभा में कांग्रेस से कुलदीप जुनेजा तो भाजपा से पुरंदर मिश्रा, पश्चिम में कांग्रेस से विकास उपाध्याय तो भाजपा से राजेश मूणत, दक्षिण में कांग्रेस से महंत रामसुंदर दास तो भाजपा से बृजमोहन अग्रवाल, ग्रामीण में कांग्रेस से पंकज शर्मा तो भाजपा से मोतिलाल साहू, धरसींवा में कांग्रेस से छाया वर्मा तो भाजपा के अनुज शर्मा, आरंग में कांग्रेस से डा शिव कुमार डहरिया तो भाजपा से गुरु खुशवंत सिंह तथा अभनपुर में कांग्रेस से धनेंद्र साहू तो भाजपा से इंद्र कुमार साहू प्रत्याशी हैं।

बलौदा बाजार में बढ़त तो गरियाबंद में बराबर

बलौदा बाजार की तीन सीटों में से दो कांग्रेस तो एक भाजपा को मिलने का अनुमान है। बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से शैलेष नितिन त्रिवेदी तो भाजपा से टंकराम वर्मा, भाटापारा में कांग्रेस से इंद्रकुमार साव तो भाजपा से शिवरतन शर्मा, कसडोल में कांग्रेस से संदीप साहू तो भाजपा से धनीराम धीवर प्रत्याशी हैं। गरियाबंद जिले में एक कांग्रेस तो एक भाजपा को सीट मिलने का अनुमान है। राजिम में कांग्रेस से अमितेश शुक्ला तो भाजपा से रोहित साहू, बिंद्रानवागढ़ में कांग्रेस से जनकलाल ध्रुव तो भाजपा से गोवर्धन राम मांझी दावेदार हैं।

महासमुंद और धमतरी जिले में सभी सीटों पर कड़ी टक्कर

महासमुंद जिले की चारों तथा धमतरी की तीनों सीटों पर कड़ी टक्कर है। महासमुंद जिले में दोनों ही प्रमुख पार्टियों को दो-दो सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। सरायपाली में कांग्रेस से चातुरी नंद तो भाजपा से सरला कोसरिया, बसना में कांग्रेस से राजा देवेंद्र बहादुर तो भाजपा से संपत अग्रवाल, खल्लारी में कांग्रेस से द्वारिकाधीश यादव तो भाजपा से अलका चंद्राकर तथा महासमुंद में कांग्रेस से रश्मि चंद्राकर तो भाजपा से योगेश्वर राजू सिन्हा के बीच कड़ी टक्कर है।

धमतरी जिले में भाजपा को दो सीटें मिलने का अनुमान है। विधानसभा चुनाव-2018 में भी भाजपा को दो सीटें मिली थीं। धमतरी में कांग्रेस से ओमकार साहू तो भाजपा से रंजना दीपेंद्र साहू, सिहावा में कांग्रेस से अंबिका मरकाम तो भाजपा से श्रवण मरकार तथा कुरूद में कांग्रेस से तारणी नीलम चंद्राकर तो भाजपा से अजय चंद्राकर प्रत्याशी हैं।